
बिन्दकी-फतेहपुर : जहानाबाद थाना व कस्बा क्षेत्र में विगत कई दिनों से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना संक्रमितों की संख्या को इजाफा होने से रोकने हेतु प्रदेश के समस्त जनपदों सहित फतेहपुर जिलाधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारियों को गाइडलाइंस जारी की गई । वही व्यापारीगणों ने जिला कलेक्टर सभागार में जिलाधिकारी सहित अनेक अधिकारियों संग बैठक के दौरान दुकान एवं प्रतिष्ठानों के खुलने का समय निर्धारित किया गया । किंतु बहुत सी ऐसी दुकान है । जो खुलने की चर्चाओं में ही नहीं है और वह दुकानदर संचालक धड़ल्ले से ग्राहकों को दुकान के अंदर बैठालकर शटर बंद करके भारी भीड़ एकत्रित करते हुए विक्रय कर रहे हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है । यहीं लगातार विगत कई दिनों से प्रातः दोपहर बाद तक क्षेत्रीय ग्राहकों की भारी भीड़ को देख कोरोना गाइड्स का अनुपालन ना हो करके शासनिक व प्रशासनिक निर्देशों की पूर्ण रूप से धज्जियां उड़ रही है और क्षेत्रीय प्रशासन सहित अनेक जिम्मेवार नागरिक अपनी जिम्मेदारियों से परे दिखाई दे रहे हैं । महामारी को बढ़ाने हेतु लापरवाही बरतते हुए शासन के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं । पुनः बढ़ाये गये लॉकडाउन के बाद भी आज बाजार में भारी भीड़ उमड़ते हुए देखी गई । दुकानदारों ने दुकानें खोलकर अपनी दुकानदारी शुरू रखी, किंतु ना दो गज दूरी, मुंह में मारक्स लगाना है जरूरी, इसके साथ-साथ सैनिटाइजर का भी किसी को उपयोग कराते हुए नहीं देखा गया । जिसका बहुत ही जरूरी अनु पालन करने कहा गया है । भीड़ इतनी की जहानाबाद का बाजार इस कोरोना कॉल में साप्ताहिक बंदी होने के बावजूद भी भीड़ और वाहन के चलते जाम लगने जैसा साबित होता रहा । यहां किसी भी तिराहे व चौराहे पर नियुक्त समय के अंतराल में एक भी पुलिस व नगर पंचायत का कर्मचारी कहीं भी नहीं दिखने से शासन प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है कि नगर में लॉकडाउन में भी प्रशासन द्वारा मिली सहूलियत में पूरी तरीके से नियमों को तार- तार करते हुए एक दूसरे पर संक्रमित होने की संख्या बाहर है ।
जबकि विगत वर्ष करोना काल के दौरान नगर पंचायत और पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था सराहनीय थी । साथ ही तहसील व जिला प्रशासन के अधिकारी नगर का निरिक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश देकर कड़ाई से अनुपालन कराते थे । वर्तमान समय पूरी तरह निष्क्रियता से शासन एवं प्रशासन के निर्देशों का पालन होते दिख रहा है जो आम जनमानस की रक्षा में पूर्व से विपरीत है । जिस पर सुधार होगा अथवा नहीं यह तो आने वाले कल पर ही देखा जा सकता है ।