
कानपुर : हैलट अस्पताल के अकस्मिक कक्ष में लैब नहीं है । लेकिन उसमें लैब टेक्निशियन प्रत्युस व्दिवेदी तैनात हैं ।
इनको हाईसुगर की बिमारी है । जो इस समय फैली महामारी के लिए व्यापक घातक है ।इनका स्थानान्तरण मेडिकल कॉलेज में लैब में किया गया था ।
लेकिन इन्होंने आदेशों की अवेहलना करते हुए आज तक मेडिकल कॉलेज में कार्यभार ग्रहण नहीं किया । जबकि चतुर्थ श्रेणी के सैकड़ों कर्मचारियों को कोविड-19 को दिखाकर स्थानान्तरण किया गया । सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने आदेशों का पालन करते हुये कार्य कर रहे हैं । उक्त लैब टेक्निशियन के जीवन के साथ अध्यक्ष रोगियो के तीमारदारों को भी जान खतरा बना हुआ है ।
उ०प्र० चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी महासंघ के महासचिव अजय कुमार बाल्मीकि ने मेडिकल कॉलेज इस प्राचार्य को पत्र भेजकर मांग किया कि तत्काल उक्त लैब टेक्निशियन को बैल्ट से हटाकर मेडिकल कॉलेज के लैब में भेजा जाय ।
अन्यथा किये गये सैकड़ों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के स्थानान्तरण को भी इन्हीं की तरह निरस्त कर एक ही स्थान पर कार्यरत करने की प्रथा को लागू किया जाये । महासंघ इस प्रकरण से न्यायिक कार्यवाही के उद्देश्य से उ०प्र० सरकार के मुख्यमंत्री अवगत करायेगा ।