
– घमासान के साथ हुआ अधिवक्ता संघ बिन्दकी का चुनाव
– अध्यक्ष पद में सुशील कुमार वाजपेई ,महामंत्री पद में सत्यार्थ सिंह गौतम “मोनू” और कोषाध्यक्ष पद पर लक्ष्मी नारायण यादव विजयी ।
– लक्ष्मी शंकर यादव गुट ने एल्डर्स कमेटी द्वारा चुनावी प्रक्रिया में पक्षपात का आरोप लगाया गया ।
– बवाल इतना बढ़ गया कि मौके पर पुलिस पहुँची ।
बिन्दकी/फतेहपुर । आदर्श अधिवक्ता संघ बिन्दकी के चुनावी रण में अध्यक्ष पद पर सुशील बाजपेई, महासचिव पद पर सत्यार्थ सिंह गौतम ‘मोनू’ व कोषाध्यक्ष पद पर लक्ष्मी नारायण यादव ने विजय का परचम फहराया । उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को कड़े संघर्ष के बाद पराजित किया । परिणाम को लेकर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई । घंटों विवाद के बाद पुलिस को भी मौके पर बुलाना पड़ा तब कहीं जाकर एल्डर्स कमेटी ने चुनाव परिणाम घोषित करते हुए बताया कि 2 मत अवैध घोषित किए गए । कुल 212 मतदाताओं में से 203 ने मताधिकार का प्रयोग किया ।
गत कई दिनों से चल रहे चुनावी घमासान के बाद आज मतदान हुआ । जिसमें कुल 212 अधिवक्ताओं में से 203 अधिवक्ताओं ने मतदान में हिस्सा लिया ।
कई सदस्य ओरिजिनल सीपीओ कार्ड ना होने की वजह से मतदान से वंचित भी रहे । मतदान शांति पूर्ण रूप से हुआ । देर शाम संपन्न हुई मतगणना के पश्चात घोषित परिणाम के मुताबिक सुशील बाजपेई ने 77 मत प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी शंकर यादव को 2 मतों से पराजित किया । लक्ष्मी शंकर यादव को 75 मत प्राप्त हुए । वहीं तीसरे प्रत्याशी खेमचंद वर्मा को मात्र 49 मत प्राप्त हो सके ।
दूसरी ओर महासचिव पद पर सत्यार्थ सिंह गौतम “मोनू” ने लक्ष्मी सिंह गौतम को 9 मतों से पराजित किया । सत्यार्थ सिंह गौतम को 102 और लक्ष्मी सिंह गौतम को 93 वोट प्राप्त हुए । अजय कुशवाहा को मात्र 6 मत ही प्राप्त हो सके उन्हें मतदाताओं ने नकार दिया ।
वही कोषाध्यक्ष पद पर लक्ष्मी नारायण यादव ने राम प्रकाश परिहार को 8 मतों से पराजित किया । लक्ष्मी नारायण यादव को 100 और राम प्रकाश परिहार को 92 वोट प्राप्त हुए । अन्य पदों पर प्रत्याशी पहले निर्विरोध निर्वाचित हो चुके थे ।
मतगणना समाप्त होते ही लक्ष्मी शंकर यादव गुट ने हंगामा शुरू कर दिया । एल्डर्स कमेटी द्वारा चुनावी प्रक्रिया में पक्षपात का आरोप लगाया गया । जिससे माहौल बहुत ही ज्यादा गरम हो गया । बवाल इस कदर बढ़ा कि पुलिस बुलानी पड़ी । बवाल के चलते ही एल्डर्स कमेटी ने जिन 3 मतों को अवैध घोषित किया था । उसमें एक को वैध माना और मात्र 2 को ही अवैध घोषित किया ।
लक्ष्मी शंकर यादव गुट का आरोप था कि पहले एल्डर्स कमेटी ने ओरिजिनल सीओपी कार्ड न रखने वाले मतदाताओं को वोट डालने से मना कर दिया और लगभग 3:30 बजे उसे अनुमति दे दी गई । जिससे कई मतदाता मतदान करने से वंचित रह गए । इसी के साथ ही यह भी आरोप था कि मतदान का समय 3:00 बजे समाप्त होने के बाद 3:30 बजे तक मतदान क्यों कराया गया ।
लक्ष्मी शंकर यादव को चुनाव परिणाम का विरोध करते हुए कहां है कि वह इसके लिए बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश जाएंगे ।

उनके समर्थकों ने अधिवक्ता संघ भवन में डायस पर लगे शीशे को भी तोड़ डाला ।