पाकिस्तान सेना ने कहा है कि सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले की साजिश रचने वाले और हमला करने वाले के ख़िलाफ़ पाकिस्तान सेना अधिनियम और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी ।
सेना के जनसंपर्क विभाग आईएसपीआर ने कहा कि हमला करने वालों के ख़िलाफ़ ठोस सबूत मौजूद हैं ।
आईएसपीआर की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि सेना प्रमुख असीम मुनीर ने स्पेशल कोर कमांडर कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता की ।
इस बैठक में पिछले कुछ दिन से पाकिस्तान में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की गई ।
आईएसपीआर के अनुसार, कॉन्फ्रेंस को बताया गया, “शहीदों की तस्वीरों,इमारतों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर तय योजना बनाकर निशाना बनाया गया और इसका लक्ष्य सेना के छवि ख़राब करना और उसे प्रतिक्रिया देने पर मजबूर करना था ।
कोर कमांडर कॉन्फ्रेंस ने इन घटनाओं की निंदा की है ।
कोर कमांडरों की बैठक में पाकिस्तान में राजनीतिक स्थिरता लाने के लिए सभी पक्षों को मिलकर सहमति बनाने पर ज़ोर दिया ताकि पाकिस्तान में लोकतांत्रिक प्रक्रिया मज़बूत हो ।
पाकिस्तान में इमरान ख़ान की गिरफ़्तारी के बाद उनके समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा था ।
पिछले सप्ताह मंगलवार को कई शहरों में उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए । इन समर्थकों का गुस्सा ख़ास तौर से पाकिस्तानी सेना पर उतरा ।
गुस्साई भीड़ ने लाहौर में कोर कमांडर के घर पर धावा बोल दिया था । लाहौर के अलावा रावलपिंडी में सेना के जनरल हेडक्वॉर्टर में लोग घुस गए थे ।