
बांदा । जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग बांदा के निर्देशन में ग्राम विकास फाउंडेशन ने आज बृहद वृक्षारोपण जन आन्दोेलन कार्यक्रम 2023 के अन्तर्गत ग्राम भिंडौरा में वृक्षारोपण करते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ किया ।
इस अवसर पर ग्राम विकास फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ० अनिल शर्मा ने उपस्थित लोंगो को वृक्षारोपण के महत्व को समझते हुए कहा कि ये वृक्ष धरा के आभूषण है । इनसे जनजीवन को खुशी मिलती है । इस कार्यक्रम के अंतर्गत अन्तर्गत ग्राम भिंडौरा में 300 पौधों का रोपण किया गया है । उन्होंने कहा कि पौधे लगाने के बाद उनको बचाना अति आवश्यक है । उन्होंने कहा कि इस अभियान में जन भागीदारी आवश्यक है । जिससेे कि पौधों को रोपित करने के पश्चात उनको जीवित रखा जा सके । उन्होंने कहा कि वन विभाग एवं यहां के एवं ग्रामीण जनसहभागिता करते हुए इन पौधों की देखभाल करते हुए जीवित रखें ।
उन्होंने कहा कि प्रकृति से खिलावाॅॅड न करें और हरे पेडों को न काटें और पर्यावरण को सुरक्षित रखने हेतु अधिक से अधिक वृक्षों को लगायें । उन्होंने बताया कि कोरोना काल के समय आक्सीजन की कमी से बहुत से लोंगो को अपना जीवन खोना पडा । वृक्ष हमें आक्सीजन प्रदान करते हैं । जिससे हम सभी साॅस लेकर जीवित रहते हैं अतः वृक्षारोपण के महत्व को समझते हुए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें । उन्होंने बताया कि मनरेगा से वृक्षारोपण कार्यक्रम को जोडा गया है । जिसमें कार्य करने पर रोजगार भी मिलता है । उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने-अपने लक्ष्य के अनुसार वृक्षरोपण करायें और अधिक से अधिक वृक्षों को जीवित रखने हेतु संकल्प लें । उन्होंने इस अवसर पर ग्रामीणों को वृक्षारोपण करने हेतु पौैधों का वितरण भी किया ।
वृक्षारोपण करते हुुए कहा कि वृक्षों को रोेपित करनेे के बाद एक बच्चे की तरह उसकी देखभाल व रख-रखाव करें,पाॅच वर्ष तक पेड के जीवित रहनेे से वह सुरक्षित हो जाता है । उन्होंने कहा कि बच्चे एक-एक पेड़ अवश्य स्कूल,काॅलेज,घर,आगन में लगायें और उनको सुरक्षित रखें। उन्होंने कहा कि जिन लोंगो के पास भूमि उपलब्ध नही है । वह भी इस अभियान में सहयोग कर आम, जामुन, सहजन आदि के वृक्ष ग्राम समाज की खाली भूमि,चकरोड,सड़कों के किनारे लगा सकते हैं ।
महा अभियान अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं । यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि पौधा रोपण के बाद उनकों संरक्षित रखें । पेड़ों का अत्यन्न महत्व है । जन्म से लेकर मृृत्यु के समय तक पेड़ साक्षी रखतेे हैं । वृक्षों को अपनी सम्पत्ति समझकर उसकी देखभाल व रक्षा करें और पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए अधिक से अधिक वृक्षों का रोपण करें । उन्होंनेे कहा कि भिंडौरा वृक्षारोेपण का सबसे अधिक लाभ यहां के निवासियों को मिलेगा । अतः उनको जीवित रखने की जिम्मेदारी भी उन पर अधिक है । उन्होंने कहा कि ऐसे पौधेे रोपित करें, जो स्थानीय स्तर पर जीवित रह सकें ।
उन्होंने महुआ,सहजन आदि के पौधों का रोपण करने पर जोर देते हुए कहा कि हर घर में सहजन का पौधा अवश्य लगाये,क्योंकि इस पेड़ की फलियों में आयरन की मात्रा अधिक पायी जाती है । उन्होंने कहा कि वृक्षों का महत्व इसलिए भी अधिक है । क्योंकि पेड़़ आॅक्सीजन के साथ जिस स्थान पर अधिक होते हैं । वहां का तापमान भी कम होता है ।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत राजू शर्मा,जीतू सिंह,सतेंद्र सिंह परवीन आदि का विशेष सहयोग रहा ।