
लखनऊ । 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में सीट शेयरिंग को लेकर चल रही खींचतान आज थम गई । सीटों को लेकर सपा और कांग्रेस की रजामंदी हो गई है । सपा ने कांग्रेस को वाराणसी और प्रयागराज सहित कुल 17 लोकसभा सीटें दी हैं । सपा मुखिया अखिलेश यादव ने बयान जारी करते हुए कहा कि यूपी में कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा । बरहाल दोनों दलों के बीच गठबंधन कराने में प्रियंका गांधी वाड्रा ने अहम भूमिका निभाई है ।
गठबंधन की घोषणा से ठीक एक घंटे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा की अखिलेश यादव से फोन पर बातचीत हुई । इसके बाद गठबंधन फाइनल किया गया । बुलंदशहर या आगरा की जगह श्रावस्ती सीट देने पर अखिलेश ने सहानुभूति पूर्वक विचार करके शाम तक जवाब देने को कहा है । इसके बाद ही अखिलेश और प्रियंका सहमत हो गए और गठबंधन पर मुहर लग पाई । राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 24 फरवरी को दूसरी बार मुरादाबाद से शुरू हो रही है । इसमें पहली बार प्रियंका शामिल होंगी । इसलिए प्रियंका चाहती थीं कि उससे पहले कांग्रेस और सपा के बीच समझौता हो जाए ।
गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि अंत भला तो सब भला…हां, गठबंधन होगा कोई विवाद नहीं है,सब कुछ जल्द ही स्पष्ट होगा,सामने आ जाएगा, कुछ घंटों में सब कुछ सामने होगा । बता दें कि कांग्रेस और सपा द्वारा इस बाबत एक जॉइंट प्रेस कांफ्रेंस भी की जा सकती है ।
इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 17 सीटें मिली हैं,जिसमें रायबरेली,अमेठी, कानपुर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर सीट शामिल है । इसके अलावा प्रयागराज,महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा,झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा,सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया पर भी कांग्रेस का उम्मीदवार गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरेगा । सूत्रों के मुताबिक अभी एक या दो सीटों पर संशोधन प्रस्तावित है, यानी बदलाव देखने को मिल सकता है ।