
ईरानी सेना की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि इसराइल के “लगातार अपराधों” के खिलाफ हमला किया गया है ।
ईरान ने एक अप्रैल को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए भी इसराइल को ही ज़िम्मेदार ठहराया है ।
ईरान की ओर से जारी सेना के बयान में हमले को “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस” का नाम दिया गया है ।
बयान में हमला किस तरह का है इस बारे में जानकारी नहीं दी गई है ।
अभी तक जो पता चला है उसके अनुसार ईरान की एयरफोर्स ने इसराइल की ओर दर्जनों मिसाइल और ड्रोन छोड़े हैं ।
अप्रैल की पहली तारीख़ को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था । इसके लिए ईरान ने इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था ।
इसराइल ने इस हमले की सीधे तौर पर ज़िम्मेदारी नहीं ली है ।
इस हमले में एक वरिष्ठ ईरानी कमांडर समेत 13 लोगों की मौत हो गई थी ।
मरने वालों में ईरान की एलीट कुद्स फोर्स के कमांडर ब्रिगेडियर-जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी और उनके डिप्टी ब्रिगेडियर-जनरल मोहम्मद हादी हाजी-रहीमी का नाम शामिल है ।
ईरान ने हालांकि साफ कर दिया था कि वो इस हमले का बदला ज़रूर लेगा ।