
कुछ महत्वपूर्ण तथ्य :
– आखिर अचानक बच्चे क्यों बीमार हो गए ।
– क्या स्कूल संचालकों की निरंकुशता आज बच्चों पर भारी हुई है ।
– अगर बच्चे कोई फल खा कर बीमार हुए तो इतने मात्रा में फल कैसे प्राप्त हो गए ।
– अगर बच्चे स्कूल समय में फल तोड़ने गए हैं तो सोचिए स्कूल का शिक्षण व्यवस्था कितना संवेदनहीन है ।
– हेड मास्टर की पूरी निरंकुशता और भोजन में अव्यवस्था का होना ।
– बहुत से छात्र छात्राओं के अंग पर स्वेटर नही थी ।
– अस्पताल परिसर में बच्चे इंजेक्शन देख कर रो रहे थे, परिवार नही था कुछ देर बाद पहुँचे,
दौर दौर कर उल्टियाँ कर रहे हैं नौनिहाल ।
– बड़ा सवाल यह है कि मिड डे मील का भोजन करने से या जेडट्रोफा फल खाने से बच्चे बीमार हुए हैं या गुमराह कर रहे स्कूल के हेड मास्टर ।
Edited By Amit Kumar ‘Dev
फतेहपुर/बिन्दकी : जनपद फतेहपुर की तहसील बिन्दकी की ग्राम पंचायत मण्डराव गांव में स्थिति प्राइमरी स्कूल व प्राथमिक विद्यालय ब्लॉक खजुहा तहसील बिन्दकी में एक रहस्यमयी घटना घटित हो गई जो समझ से परे ही हो गई ।
आज सोमवार दोपहर के समय प्रतिदिन की तरह जब छोटे छोटे (नौनिहाल) बच्चे जिनकी उम्र 5 साल से 12 साल तक के बच्चों ने जब लंच में मिड डे मील का भोजन गृहण किया तो अचानक से एक साथ लगभग 32 बच्चों की तबियत बिगड़ गयी । एक के बाद एक बच्चों को दस्त हो गया ,सबके पेट में दर्द और फूड पॉइजनिंग जैसी समस्या उत्पन्न हो गई सब इधर उधर पेट पकड़कर जमीन पर बैठ गए कुछ तो लेट गए । जिसके बाद जब इसकी जानकारी बच्चों के अभिभावकों को हुई तो सभी ने अपने होशों हवाश खो दिए और दौड़ते गिरते पड़ते विद्यालय की ओर भागने लगे ,स्कूल परिसर में अफरा तफरी का माहौल छा गया । जिसके बाद उन बच्चों को आनन फानन में एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिन्दकी लाया गया । जहां पर सभी बीमार लगभग 32 बच्चों का इलाज किया जा रहा है । जिनमे महेश कक्षा 6,सौम्या कक्षा 4 ,सलमान कक्षा तीन,आयुष कक्षा 4,ललित कक्षा छः ,रजनी देवी कक्षा 1 ,राधा देवी कक्षा 5 ,लवी कक्षा एक ,श्रेया कक्षा 3 ,रानी देवी कक्षा 2, संजना पाल कक्षा 5,शिवांशी कक्षा 5,पलक कक्षा 4,प्रियांशी देवी कक्षा 4,स्वाति देवी कक्षा 4, प्राची देवी कक्षा 4, शिवा कक्षा 6 ,सनी कक्षा तीन ,अंशु कक्षा 4 ,आलोक कक्षा 4 ,हर्ष कक्षा 4 ,अंकुश कक्षा 5 ,मयंक कक्षा दो, ननकू कक्षा 3 ,आर्यन कक्षा तीन, आशीष कक्षा दो ,आर्यन कक्षा दो आदि बच्चे रहे ।
डॉक्टरों की मानें तो अभी स्थिति संभली हुई है । इस बारे में जब बच्चों के अभिभावकों से बात की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि मिड डे मील खाने से उनके बच्चों की तबियत बिगड़ी है तो कुछ लोगों ने फ़ूड पॉइजनिंग भी बताया वहीं बच्चों ने भी मीडिया से बात चीत में बताया कि सभी बच्चों ने एक साथ खाना खाया जिन बच्चों ने ज्यादा खाना खाया है उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गयी है जिन बच्चों ने कम खाया है उन्हें कुछ भी नहीं हुआ है । लेकिन एक बात तो साफ है सभी बच्चे बहुत ही ज्यादा घबराए हुए थे रहस्य की बात है कि असल वजह क्या है ।
वही अचानक नायब तहसीलदार घनेन्द्र सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिन्दकी पहुंचे और सारे एडमिट बच्चों का हाल चाल जाना और बच्चों की स्थिति के बारे में लगातार जानकारी प्राप्त करते रहे ।
उसके कुछ ही देर बाद बिन्दकी उपजिलाधिकारी अवधेश कुमार निगम भी अस्पताल पहुंचे और हर बच्चों का हाल जाना उन्होंने अभिभावकों से कहा कि परेशान न हो सभी का बेहतर इलाज चल रहा है और जो भी लापरवाही की वजह से बच्चे बीमार हुए हैं इसकी निष्पक्ष जांच करायी जाएगी अगर जांच में कमियां पाई गई तो अध्यापकों पर उचित कार्यवाही की जाएगी ।
वहीं अगर हम फ़ूड इंस्पेक्टर अरबी सोनकर की मानें तो उनके द्वारा बताया गया कि जेडट्रोफा नामक फल खाने से बच्चों की तबियत बिगड़ी है । लेकिन सवाल यह उठता है कि इतनी मात्रा में बच्चों का एक साथ बीमार हो जाना और फलों का इतना ज्यादा बच्चों द्वारा खाना ,गले के नीचे नहीं उतरता है । अब ये जेडट्रोफा है या मिड डे मील भोजन में लापरवाही ।
बल्कि कहीं न कहीं अधिकारियों द्वारा विद्यालय प्रबन्ध तंत्र को कहीं न कहीं बचाने की कोशिश भी की जा रही है ।
वहीं जब मीडिया के लोगों ने प्राइमरी विद्यालय के हेड मास्टर जगदीश पाल से बात करने की कोशिश की गई तो उनके द्वारा मीडिया से खुद को किनारा कर भागते नजर आए तो समझ लीजिए कि कहीं न कहीं हेड मास्टर और स्कूल प्रशासन की बड़ी लापरवाही का प्रमाण है 32 बच्चों की बीमारी ।
बहुत से बच्चों के शरीर में स्वेटर नही थी,बच्चे ठंड से कांप रहे थे वो नादान बच्चे कुछ कह नही सकते सोचो इतनी हाड़ काँपती ठंड में जब बच्चों के तन में स्वेटर नही है तो बड़ी लापरवाही क्यो नही हो सकती ।
इतनी बड़ी लापरवाही के बाद जूनियर विद्यालय के हेड मास्टर अर्जुन कुमार नदारद रहते हैं तो सोचों की विद्यालय के अध्यापक और हेड मास्टर कितने निरंकुश है ।
इसी बीच मौके पर पहुंचे कांग्रेस पार्टी 239_ बिन्दकी विधानसभा के कर्मठ,जुझारू प्रत्याशी जनता की पहली पसंद राजेश तिवारी ने उत्तर प्रदेश सरकार की नाकामी को लेकर जमकर लताड़ लगाई ।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले अध्यापकों पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने के साथ साथ उन्हें बर्खास्त करने की भी मांग की है ।
इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी बिन्दकी अवधेश कुमार निगम ने बताया कि मिड डे मील खाने की जांच कराई जा रही है जांच के बाद जो भी दोषी होगा उस पर कार्यवाही की जाएगी । लापरवाहों को भी बख्शा नहीं जाएगा ।