फतेहपुर । प्राचार्या डॉ. सपना पांडेय की अध्यक्षता और मार्गदर्शन में राजकीय महिला महाविद्यालय बिन्दकी में राष्ट्रीय खेल दिवस के उपलक्ष्य में भव्य आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में छात्राओं ने उत्साह पूर्वक भाग लिया और महाविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल परिषद के प्रयासों को सराहा ।
कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्या डॉ. सपना पांडेय और महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापकों द्वारा मेजर ध्यानचंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई । अपने उद्घाटन भाषण में डॉ. सपना पांडेय ने मेजर ध्यानचंद के जीवन और उनके द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों पर प्रकाश डालते हुए महाविद्यालय की शारीरिक शिक्षा एवं खेल परिषद द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय खेल दिवस की सराहना की । उन्होंने इस प्रकार के आयोजनों को भविष्य में भी जारी रखने के लिए प्रेरित किया ।
महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापकों में डॉ. सुशील कुमार, डॉ. अरविंद शुक्ला,डॉ. प्रियंका रानी,डॉ. चंद्रा,डॉ. अमित जायसवाल और डॉ. रत्नेश विश्वकर्मा शामिल थे । इनने भी शारीरिक शिक्षा एवं खेल परिषद के प्रयासों की प्रशंसा की और प्राचार्या डॉ. सपना पांडेय के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम की सराहना की ।
इसके पश्चात शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया । शतरंज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर उर्वशी गुप्ता, द्वितीय स्थान पर हेमा दीक्षित और तृतीय स्थान पर सौम्या सिंह रहीं । निबंध लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर सिव्या श्रीवास्तव,द्वितीय स्थान पर सौम्या सिंह और तृतीय स्थान पर अंजलि ने स्थान प्राप्त किया ।
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या डॉ. सपना पांडेय ने स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को पुरस्कार वितरित किए इसके बाद,शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के प्रभारी ने अपने समापन भाषण में महाविद्यालय में बास्केटबॉल,कबड्डी,बैडमिंटन और टेबल टेनिस जैसी प्रतियोगिताओं के आयोजन की घोषणा की ।
उन्होंने सभी प्रतिभागियों और शारीरिक शिक्षा एवं खेल परिषद के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया । जिसमें अध्यक्ष सौम्या सिंह, उपाध्यक्ष काजल वर्मा,सचिव चांदनी, कोषाध्यक्ष सिव्या, कार्यकारिणी सदस्य हेमा और माही शामिल थी यह सभी छात्राएं शारीरिक शिक्षा प्रथम सेमेस्टर की हैं और इनका कार्य सराहनीय रहा ।
प्राचार्या डॉ. सपना पांडेय के कुशल नेतृत्व में राजकीय महिला महा विद्यालय ने इस राष्ट्रीय खेल दिवस को अत्यधिक सफल बनाया । जिससे महाविद्यालय में खेलकूद और शारीरिक शिक्षा के प्रति छात्रों में रुचि और बढ़ी ।