
फतेहपुर । रसायनिक उर्वरकों का किसान संतुलित मात्रा में ही प्रयोग करें ।
यह जानकारी देते हुए जिला कृषि अधिकारी फतेहपुर ने बताया कि वर्तमान समय में खरीफ फसलों की बुवाई पूर्ण हो चुकी है । विभिन्न फसलों पर किसानों के द्वारा नत्रजन उर्वरकों का छिड़काव किया जा रहा है ।
आवश्यक है कि रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग कृषक भाइयों द्वारा संतुलित मात्रा में ही किया जाये । जिससे वायु,जल एवं मृदा प्रदूषण की गम्भीर समस्याओं से बचत हो सके । जिन कृषक भाइयों को अपने धान की फसल में यूरिया की द्वितीय टाप ड्रेसिंग करनी हो तो उसके स्थान पर नैनो यूरिया प्लस का स्प्रे करें तथा सब्जियों के नर्सरी जैसे-गोभी,बैगन,मिर्च आदि को एक लीटर पानी में 5 एम० एल० नैनो डी०ए०पी० डालकर जड़ शोधन करते हुये रोपाई करें । इससे लागत में कमी होगी तथा उच्च गुणवत्तायुक्त उत्पाद भी प्राप्त होगा । कृषक भाइयों को यह भी अवगत कराना है ।
कृषि विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों के माध्यम से मृदा परीक्षण कराया जा रहा है । इसलिए अपने क्षेत्रीय कर्मचारियो के माध्यम से खेत का मृदा परीक्षण कराके संस्तुति के आधार पर ही संतुलित मात्र में ही उर्वरकों का प्रयोग करें । जनपद के समस्त उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया जा रहा है कि उर्वरक क्रय करने वाले कृषकों को उनकी जोत एवं फसल के अनुसार ही उर्वरक विक्रय करें एवं आवश्यकता से अधिक रासायनिक उर्वरक के प्रयोग से होने वाले दुष्परिणाम से भी कृषकों को अवगत करायें । इसी के साथ किसान भाइयों को यह भी अवगत कराना है कि आगामी रबी की तैयारी हेतु जनपद में प्रर्याप्त मात्रा में फास्फेटिक एवं नत्रजन उर्वरक की उपलब्धता है । अनावश्यक रूप से उर्वरकों का संग्रह न करें ।