
– विभाग को गलत सूचना देने वाले जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉक्टर सुधीर रंजन के खिलाफ अब तक जांच में क्यों हो रही है हीला हवाली ?
वरिष्ठ पत्रकार रवीन्द्र त्रिपाठी की खास रिपोर्ट
फतेहपुर । जिला आयुर्वेदिक, यूनानी अधिकारी सुधीर रंजन द्वारा राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में तैनात डाॅ. अरविन्द कुमार सिंह को समय समय पर प्रताडित करने, विभाग को दी गई ।
जानकारी में निवास स्थान को कार्यालय बाबुओं की सांठ गांठ से उन्नाव के स्थान पर कानपुर नगर बताया जाना जब कि सेवा पंजिका में स्पष्ट रुप से उन्नाव अंकित हैकि जांच में आखिर क्यों हीलाहवाली है ? समय रहते क्या इसकी जाँच कार्यवाही न किया जाना प्रश्न चिन्ह नहीं लगाता है ।
जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी की प्रताडना से हुई मौत और सेवा पंजिका के इतर विभाग को कूटनीतिक चाल के तहत गलत निवास की जानकारी देना सेवा शर्तों के विपरीत नहीं है ? ऐसे कई सवाल औंग में तैनात रहे डाॅ. अरविन्द कुमार सिंह की मौत को लेकर उनकी पत्नी सीमा सिंह ने उठाए हैं और शासन प्रशासन को लिखित शिकायती पत्र भेजकर त्वरित जांच कराकर डाॅ. अरविन्द कुमार सिंह की मौत के जिम्मेवार जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है ।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए डाॅ. अरविन्द कुमार सिंह की पत्नी सीमा सिंह फतेहपुर जिलाधिकारी सहित शासन प्रशासन को भेजे गए मांग पत्र की प्रतिलिपि,सेवापंजिका की फोटो प्रतिलिपि दिखाते हुए बताया कि उनके पति डाॅ अरविन्द कुमार सिंह राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल औंग में तैनात थे । जिन्हें भृष्टाचार में लिप्त जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डाॅ. सुधीर रंजन द्वारा जानबूझ कर कार्यालय बाबुओं के साथ कूट रचना के तहत अभिलेखों में हेरफेर कर शासन को गुमराह कर गलत सूचना देने के साथ मानसिक व शारीरिक से प्रताडित करते रहे । डाॅ० सुधीर रंजन की मानसिक प्रताड़ना से वह गम्भीर बीमारी का शिकार हुए और उनकी आसामयिक मौत हो गई । उत्पीड़न के शिकार डाॅ० अरविन्द कुमार सिंह ने समय समय पर डीओ डाॅ० सुधीर रंजन को अपने ऊपर हो रही ज्यादती की लिखित रुप से जानकारी देते रहे जिनकी प्रतिलिपि भी उन्होंने अपने शिकायती जांच मांग पत्र के साथ संलग्न किए हैं ।
स्वर्गीय डॉ० अरविंद कुमार सिंह की पत्नी सीमा सिंह ने बताया कि उनके पति गंभीर अवस्था में एसजीपीजीआई लखनऊ में भरती थे । लगातार गंभीर अवस्था में तीन माह तक आईसीयू में भर्ती मेरे पति से मेडिकल बिल पास करने के नाम पर धन की मांग की गई । उनकी मांग पूरी न होने पर 2 वर्ष तक का उनका कोई भी मेडिकल बिल का भुगतान नहीं किया गया । बदला लेने के लिए उनकी ड्यूटी सप्ताह के सातों दिन लगाई गई । खड्यंत्र कर उनके फार्मासिस्ट को अन्यत्र अटैच कर दिया गया । जिससे उन्हें बीमारी में भी दो लोगों के काम अकेले करने पड़े । बीमारी में भी उनका वेतन कई माह तक रोका गया । इस बीच सरकारी अभिलेखों में हेर फेर व धोखाधड़ी कर मेरे पति का स्थानांतरण अनुचित तरीके से जनपद फतेहपुर से जनपद कानपुर देहात कर दिया गया । जिससे हुए आघात के बाद मेरे पति बीमारी से उबर नहीं पाए और उपचार के दौरान 21 सितंबर 2023 को उनका देहांत हो गया । यह सारे साक्ष्य उन्होंने अपने मांग पत्र के साथ संलग्न किया है । सीमा सिंह का आरोप है कि उनके पति डॉ. अरविंद कुमार सिंह को उनकी मृत्यु से दो दिन पहले डॉक्टर सुधीर रंजन जो कि जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी जनपद फतेहपुर में तैनात है । उनके कार्यालय द्वारा व्यक्तिगत दुर्भावना से मानसिक शारीरिक रूप से परेशान किया गया।। वह आर्थिक हानि पहुंचाई गई तथा रिश्वत की मांग की गई । जब की मेरे पति की जानलेवा बीमारी से सभी भली भाँति परिचित थे । उनका यह भी आरोप है कि उनके पति के मेडिकल उपचार बिलों का भुगतान नहीं किया गया ।
जबकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से वे सभी वांछित अनुमोदन प्राप्त कर चुके थे । जिससे उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो गई ।
सीमा सिंह का यह भी आरोप है कि उन्होंने मेडिकल उपचार बिल को भुगतान के लिए 20% कमीशन मांगा । शिकायती पत्र के अनुसार डॉक्टर सुधीर रंजन इतना नहीं छोटी-छोटी चीजों के लिए भी पैसे की मांग करते थे । जैसे फॉर्म 16 के लिए ₹500 के बिना कर्मचारियों को नहीं देते थे । जब भी कोई अपनी आवाज उठाना चाहता था तो उसे डरा धमका कर चुप कर देते थे । यहां तक कि वह उसे हरिजन एक्ट में फसाने की भी धमकी दे देते थे । श्रीमती सीमा सिंह ने बताया अमानवीयता की तब और हद हो गई जब सरकारी कर्मचारियों को दी जाने वाली कैशलेस उपचार योजना पंडित दीनदयाल कैशलेस कार्ड बनाने हेतु आग्रह करने पर भी नहीं बनाया गया और मांग करने पर उन्हें अपमानित कार्यालय से निकाल दिया गया । जबकि कार्ड बनाने के लिए तत्कालीन जिलाधिकारी फतेहपुर श्रीमती अपूर्वा दुबे ने स्पष्ट रूप से आदेश सभी विभागों को दिए थे कि वह सभी कर्मियों का पंडित दीनदयाल कैशलेस कार्ड बनवा दे । जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी फतेहपुर के खिलाफ जब आईजीआरएस में शिकायत दर्ज कराई गई तो उन्होंने अपने बचाव के लिए कार्ड बनाया ।
श्रीमती सीमा सिंह ने बताया कि जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डॉ सुधीर रंजन ने शासन को लिखित रूप में गलत सूचना भेजी कि डाॅ० अरविन्द कुमार सिंह का गृह जनपद कानपुर है । जब कि सेवा पंजिका में स्पष्ट रूप से गृह जनपद उन्नाव अंकित है ।