
– संगठित गिरोह द्वारा काम करने की आशंका
फतेहपुर । जनपद की व्यावसायिक नगरी बिन्दकी में धान घोटाला कांड की चर्चाएं अभी थमी भी नहीं थी कि एक मिल मालिक के साथ ₹800000 से अधिक की शातिराना अंदाज में टप्पेबाजी हो गई । फर्जी ऑर्डर फर्जी बिल्टी फर्जी नंबर प्लेट लगाकर लाया गया ट्रक,फर्जी पैन कार्ड,फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस को दिखाकर एक शिव लोक नामक कथित जाल साज 300 कुंतल से अधिक चावल लाद कर ले गया और माल सहित फरार हो गया ।
जब मिल मालिक ने भेजे गए माल की बाबत संबंधित फर्म से जानकारी की तो पता चलाकि यहां माल आया ही नहीं जो मोबाइल नंबर ड्राइवर वगैरह के दिए गए थे । वह भी स्विच ऑफ पाए गए और दल भी फर्जी पाया गया । इससे मिल मालिक के होश उड़ गए मिल मालिक ने कोतवाली बिन्दकी में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है । किंतु अभी तक पुलिसिया जांच से कोई सुराग नहीं लग पाया है ।
दर्ज कराए गए मुकदमे में निर्मल शंकर गुप्ता ने कहा है कि वह फर्म मेसर्स उमाशंकर मिल्स ललौली रोड बिन्दकी का पार्टनर है । घटना इस प्रकार है कि 23 मार्च 2025 को प्रार्थी की फर्म के गोदाम स्थित ललौली रोड बिन्दकी से ट्रक संख्या जे एच 12 एल 8838 पर एजी एम लॉजिस्टिक्स ट्रांसपोर्ट अर्बन बैंक केमरी मोहल्ला मंजुल्ला नगर केमरी रामपुर उत्तर प्रदेश प्रोपराइटर अंसार अहमद की बिल्टी नंबर 803 से 300 कुंतल 65 किलो खंडा चावल ग्लोबस स्पिरिट लिमिटेड धन्धौआ जंदहा हाजीपुर पटना बिहार के लिए लोड कराया गया था । जिसकी कीमत 814762/- रुपए थी ।
इस चावल को ट्रक ड्राइवर ने अपनी शिवलोक कुमार की आईडी व आरसी, डीएल और पैन कार्ड दिखाकर प्राप्त किया और 24 मार्च 2025 को सायं करीब 8:00 बजे खंडा चावल लदा ट्रक लेकर चला गया । लेकिन आज की तिथि तक उक्त ट्रक चावल लेकर ग्लोबस स्पिरिट लिमिटेड धन्धौआ नहीं पहुंचा है । पता लगाने पर सही जानकारी नहीं मिल पा रही है । संबंधित मोबाइल नंबर स्विच ऑफ जा रहे हैं । ट्रांसपोर्टर भी सही बात नहीं बता रहा है । गोल -गोल जवाब दे रहा है,ऑनलाइन चेक करने पर ड्राइवर का ड्राइविंग लाइसेंस भी संदिग्ध लगता है । इस प्रकार प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी कर कूट रचित दस्तावेज देकर ठगी की गई है । चालक ने शिवलोक कुमार के ही हस्ताक्षर बनाकर ₹20000 एडवांस भाड़ा के रूप में फर्म के अकाउंटेंट उदय राज सैनी से प्राप्त किया है । ट्रक ड्राइवर शिवलोक कुमार,ट्रांसपोर्टर अंसार अहमद, मोटर मालिक रहमतुल्लाह आदि ने साजिश कर उक्त ठगी की है ।
कोतवाली बिन्दकी ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है ।किंतु अभी तक किसी प्रकार का कोई सुराग अपराधियों के बाबत नहीं मिला है । समझा जाता है की दाल साजों का पूरा एक गैंग है जिसने योजना बजट तरीके से इस टप्पे बाजी को अंजाम दिया है ।