
गुजरात की व्यवसायिक राज़धानी माने जाने वाले अहमदबाद, पूरे राज्य में कोरोना संक्रमण से सबसे बुरी तरह प्रभावित शहर है ।
बीते सप्ताह के आंकड़े देखे जाएं तो शहर में हर दिन 5,500 नए मामले सामने आए हैं और मरने वालों का सरकारी आंकड़ा 20 से 25 हर दिन रहा है ।
राज्य सरकार पर संक्रमण और मौत के आँकड़ों को घटा कर रिपोर्ट करने का आरोप लग रहा है । अस्पतालों के बाहर बेड का इंतज़ार करती एंबुलेंस की क़तारें हर दिन बढ़ती ही जा रही हैं ।
राज्य सरकार ने अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाई तो है लेकिन जानकारों का कहना है कि ये नाकाफ़ी है । अस्पतालों में मरीज़ों की बाढ़ सी आ गई है और पूरे शहर में अफ़रा-तफ़री का माहौल साफ़ देखा जा सकता है ।
निजी अस्पतालों में अभी तो ऑक्सीज़न की सप्लाई है लेकिन अस्पताल प्रबंधन को इस बात की चिंता है कि ऑक्सीज़न खत्म होने पर नई सप्लाई कैसे मिलेगी । कई निजी अस्पताल भर्ती करने से पहले ही ये शर्त रख रहे हैं कि अगर मरीज़ का ऑक्सीज़न लेवल 94-95 से कम है तो वह भर्ती नहीं करेंगे ।
अहमदाबाद के कुछ बाज़ारों ने मिल कर ये फ़ैसला लिया है कि जब तक हालात काबू में नहीं आते वह व्यापार रोके रखेंगे ।
अहमदाबाद शहर के नागरिक केंद्र 4 मई तक बंद रहेंगे और शहर में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जो 24 घंटे की ऑक्सीज़न सप्लाई सुनिश्चित करने का काम करती है लेकिन इसके बाद भी अस्पतालों को खासी तकलीफ़ का सामना करना पड़ रहा है ।