
कानपुर । सरसौल क्षेत्र में गणपति महोत्सव आगाज हो गया है । वही विभिन्न मंदिर और पंडाल गणपति बप्पा मोरया के जयकारे से गूंज उठे ।
बता दें कि गणेश महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है । बुधवार को सरसौल कस्बावासियों ने विधि विधान से पूजन-अर्चन कर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापना की । इस दौरान सरसौल के श्री लोक पालेश्वर महादेव मंदिर में श्री गजानन कमेटी सरसौल के द्वारा 12वां श्री गणेश महोत्सव का आयोजन किया गया ।
हिंदुओं में गणेश चतुर्थी का विशेष महत्व है । यह पर्व हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है । इस बार गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को मनाई जाएगी ।
31 अगस्त से 9 सितंबर तक चलने वाले इस त्योहार में हर रोज कुछ दुर्लभ संयोग बन रहे हैं । इस दिन जगह-जगह गणपति के पंडाल लगाए जाते हैं और सुंदर झांकियां सजाई जाती हैं ।
इसके बाद शाम को भजन गायिका खुशबू हिमानी और सीतापुर से अनुराग रोशन ने भजन प्रस्तुत किए ।
हम सब गाते हैं तेरी वंदना……
गजानना श्री गजानना……….
गणपति गौरी जी के नंदन आदि भजनों से आपका भवन गूंज उठा ।
श्री गजानन कल्याण समिति (रजि0) सरसौल के संरक्षक गुड्डू शुक्ला ने बताया कि चार दिवसीय में रोजाना शाम 8 बजे से रात्रि 11 बजे तक विभिन्न स्थानों के भजन गायक आकर्षक झांकियों के साथ भजन प्रस्तुत करेंगे ।
भक्त मुकुल सिंह ने बताया कि वह पिछले 12 वर्ष गणेश चतुर्थी मना रहें हैं ।
31 अगस्त को वह गणेश जी की मूर्ति स्थापना कर और 6 सितंबर को विसर्जित करेंगे । कोरोना के चलते पिछले 2 वर्ष से वह त्योहार अच्छे से नहीं मना पाए थे । अब यह त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा । गणेश जी के आने से घर में लगता है कि एक सदस्य आ गया । वहीं उनके विसर्जन पर लगता है कि घर का एक सदस्य जा रहा है ।