
मुंबई : डॉ.पिंकी सिंघल द्वारा संकलित काव्य संग्रह ‘काव्य सुमन’का आॅनलाइन लोकार्पण समारोह व सम्मान पत्र वितरण का आयोजन इंकलाब साहित्यिक सांस्कृतिक सामाजिक मंच द्वारा सोमवार 10 मई दोपहर 12:00 बजे रखा गया था । लोकार्पण समारोह में प्रमुख अतिथि,समीक्षक और प्रमुख मार्गदर्शक के रूप में उपस्थित शिक्षाविद,स्वतंत्र पत्रकार, डॉक्टर शिवधनी पांडेय जी के कर कमलों द्वारा काव्य सुमन काव्यसंग्रह का लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ ।
उक्त अवसर पर पर सभी सम्मानित पदाधिकारियों एवं कार्यक्रम में उपस्थित रचनाकारों साहित्यकारों लेखकों का डॉक्टर शिव धनी पांडेय जी ने आभार व्यक्त किया और सभी को शुभकामनाएं दी ।
उन्होंने कहा कि कवि कोई गमले का फूल नहीं है,और ना ही कविता किसी एक व्यक्ति के लिए लिखता है । कवि हिंदी साहित्य की सदा से रीढ़ रहे हैं और रहेंगे । हिंदी साहित्य को समृद्ध करने में कवियों साहित्यकारों का अतुलनीय योगदान रहा है । साहित्यिक समाज एक वट वृक्ष है । साहित्यकार समाज का दर्पण है । भावनाएं भले ही किसी कवि साहित्यकार की हों लेकिन अभिव्यक्ति में समाजिक गतिविधियों का समसामयिक घटनाचक्र का सत्य चित्रण रहता है ।
उन्होंने इंकलाब साहित्यिक सांस्कृतिक सामाजिक मंच परिवार के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह से यह इंकलाब प्रकाशन समूह निरंतर नवोदित कवियों, साहित्यकारों और लेखकों की कृतियों को सम्मानित करने और प्रकाशित करने का कार्य कर रहा है ।
मैं सभी का अभिवादन करता हूं।नमन करता हूं । मैं विश्वास के साथ कहना चाहता हूं कि एक दिन ऐसा आएगा जब विश्व पटल पर इंकलाब इंकलाब का परचम साहित्य जगत में लहरेगा ।
दीप प्रज्जवलित कर मां सरस्वती जी की वंदना से काव्य सुमन की लेखिका सहायक संपादिका शिक्षाविद पिंकी सिंघल जी ने कार्यक्रम की शुरुआत की । इसके उपरांत इंकलाब मंच इंकलाब प्रकाशन के अध्यक्ष रमाकांत यादव (सागर जख्मी) ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया ।
“काव्य सुमन सम्मान” पत्र प्राप्त करने वालों में, जन – जन की आवाज को बुलंद करने वाला मुंबई से प्रकाशित हिन्दी दैनिक पहला समाचार पत्र के वरिष्ठ सहयोगी पत्रकार,शास्त्री सुरेन्द्र दूबे (अनुज जौनपुरी),गंगाधर नरसिंगराव चेपूरवार, गणपत लाल उदय, रचनाविनोद ,श्रीकांत तैलंग,राम शरण सेठ,कुमारी पूजा मिश्रा,डॉ.अनुज कुमार चौहान‘अनुज ‘,मनोरमा सिंह ‘माया‘,डॉ. प्रोफेसर विनय कुमार श्रीवास्तव , डॉ, विनीत विद्यार्थी दर्शन‘शास्त्री’,रामजीमल शिक्षाविद, अविनाश ब्यौहार,डॉ. शशी बाला,डॉ. सरिता यादव,ज्ञानेश्वर आनंद ‘ज्ञानेश’,डॉ.महेश कुमार ‘व्हाइट’,कुमार अनिल ,कुसुम लता,प्रगति,अजय प्रसाद,डॉ. हेमलता,शिव इंदौरी एम एम,कौशल किशोर,रीमा महेंद्र ठाकुर,अंजली प्रिय,मास्टर भूताराम जाखल,कुमार अतुल राव,मनोज कुमार चतुर्वेदी,डॉ. सपना दलवी,राम करण साहू ‘सजल ‘,ओमजी अवस्थी, श्याम सिंह, कुमार पंकज “अंतर्योगी”,अटल मुरादाबादी,डॉ. सुषमा तिवारी,विनोद डँगवाल “विनु”,दिव्यांशी निषाद,-डॉ.भारती वर्मा बौड़ाई,श्रीमती सिंधवासिनी ब्रिजेश तिवारी ,
आशीष कुमार साव,बाबिता बिट्टू जैन,
देवेन्द्र प्रताप वर्मा,प्रिया सिन्हा,आशीष कुमार ‘महासागर ‘,जी. एस . मिश्रा,विजय वर्धन,जेडी राणा,कृष्ण गोपाल शर्मा,डॉ. सरला सिंह “स्निग्धा”,डॉ . रानी गुप्ता,डी.ए.प्रकाश खाण्डे,जितेंद्र झा आजाद,चंदा देवी और दिवाकर पाण्डेय रहे।
सम्मान पत्र वितरण के पश्चात अंत में पिंकी सिंघल सहायक संपादक, रमाकांत यादव (सागर यादव जख्मी ) प्रधान संपादक, प्रमुख अतिथि डॉक्टर शिवधनी पांडेय मुंबई, मार्गदर्शक व वरिष्ठ सहयोगी प्रोफेसर डॉ विनय कुमार श्रीवास्तव प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश,मीडिया प्रभारी रवींद्र त्रिपाठी,मीडिया प्रभारी,सलाहकार व मार्गदर्शक इंकलाब मंच शास्त्री सुरेन्द्र दुबे,व अन्य पदाधिकारियों ने सभी सुधिजनो के सद्विचारों को नमन करते हुए सबके उज्जवल भविष्य की कामना की ।