
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा है कि यूक्रेन में हुए रूसी हमलों के बाद जी-7 ग्रुप एक आपातकाल बैठक करने जा रहा हैं । इस बैठक को वे संबोधित करेंगे ।
ट्विटर पर लिखते हुए उन्होंने कहा कि इस बारे में जर्मनी के चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ से बात की है और स्कोल्ज़ ने जी-7 ग्रुप की आपातकालीन बैठक बुलाने पर सहमति जताई है । वर्तमान में ओलाफ़ स्कोल्ज़ जी-7 ग्रुप की अध्यक्षता कर रहे हैं ।
ज़ेलेंस्की ने कहा कि बैठक में मेरा संबोधन तय है, जिसमें मैं “रूसी आतंकवादी हमलों” की बात करूंगा ।
इसके अलावा उन्होंने रूस पर दबाव बढ़ाने और इंफ्रास्ट्रक्चर के नुकसान से निपटने के लिए सहायता की मांग भी की है.
रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीएव समेत देश के कई इलाकों में सुबह से कई मिसाइल हमले किए हैं ।
Agreed with Chancellor @OlafScholz of 🇩🇪 holding presidency of #G7 on an urgent meeting of the Group. My speech is scheduled, in which I'll tell about the terrorist attacks by RF. We also discussed the issue of increasing pressure on RF & aid in restoring damaged infrastructure.
— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) October 10, 2022
जी-7 क्या है?
जी-7 दुनिया की सात सबसे बड़ी कथित विकसित और उन्नत अर्थव्यवस्था वाले देशों का समूह है, जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमरीका शामिल हैं । इसे ग्रुप ऑफ़ सेवन भी कहते हैं ।
समूह खुद को “कम्यूनिटी ऑफ़ वैल्यूज” यानी मूल्यों का आदर करने वाला समुदाय मानता है । स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की सुरक्षा, लोकतंत्र और क़ानून का शासन और समृद्धि और सतत विकास, इसके प्रमुख सिद्धांत हैं ।