
कानपुर । 32वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के परिसर में दंगा/बलवा नियन्त्रण का दो दिवसीय संयुक्त अभ्यास का शुभारंभ हुआ ।
यह पहला अवसर हैं कि बल कर्मियों ने दंगा/बलवा नियन्त्रण अभ्यास को इतने व्यापक स्तर पर आयोजित किया गया । जिसमें 32वीं वाहिनी कानपुर के साथ-साथ 34वीं वाहिनी हल्दीचौर तथा 46वीं वाहिनी रायबरेली के पदाधिकारियों द्वारा पुरे उत्साह के साथ प्रतिभाग लिया गया ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के. संजय कुमार आईटीबीपी, उपमहानिरीक्षक,(लखनऊ) आईटीबीपी बल ने मौजूद प्रतिभागियों को इस अभ्यास के महत्व को समझाते हुए बताया कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल देश के अग्रणी बलों में से एक है । चीन के साथ लगी सीमा पर तैनाती के साथ-साथ यह बल अब कानून व्यवस्था,आन्तरिक सुरक्षा,चुनाव डियूटी में महत्वपूर्ण भुमिका निभा रहा है । इसलिए बल को दंगा/भीड नियन्त्रण की सिखलाई में महारत हासिल करते हुए भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा ।
इस दौरान आईटीबीपी जवानों ने अग्निशमन उपकरण,एंटीराइट गन,रबर बुलेट गन,पंप एक्शन गन,आंसू गैस,चिली बम, चिली स्प्रे का प्रयोग कैसे और कब किया जाए इसके बारे में जानकारी ली । बलवा ड्रिल कराकर दंगे से निपटने के तरीके के बारे में डीआईजी ने आईटीबीपी जवानों को रिहर्सल कराया । डीआईजी ने जवानों को निर्देश दिया कि फील्ड में निकलते वक्त प्राथमिक चिकित्सा किट जरूर पास रखें ।