ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया । भारतीय मूल की सुएला ब्रेवरमैन ने सितंबर महीने में ही ये पद संभाला था ।
उन्होंने अपने इस्तीफ़े का कारण नई सरकार के कामकाज़ के तरीक़ों को बताया और कहा है कि ये सरकार जिस दिशा में जा रही है उसे लेकर वो चिंतित हैं ।
प्रवासियों पर उदार नीति की आलोचक रहीं ब्रेवरमैन ने ये भी कहा है कि नई सरकार मतदाताओं से किए वादे भी पूरे नहीं कर रही, जैसे प्रवासियों की संख्या कम करना और अवैध प्रवास पर रोक लगाना ।
हालाँकि, माना ये जा रहा है कि ब्रेवरमैन के ऊपर प्रवासियों के लिए उदार नीति अपनाने का दबाव था, जिसकी वजह से उन्होंने इस्तीफ़ा दिया । हाल ही में भारतीय प्रवासियों को लेकर दिए उनके बयान से भी ख़ूब विवाद हुआ था ।
इस्तीफ़े में क्या-क्या लिखा ?
ब्रेवरमैन ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस्तीफ़ा पोस्ट किया है. इसमें उन्होंने लिखा, “मैंने ग़लती की । मैं इसकी ज़िम्मेदारी स्वीकार करती हूँ ।”
ब्रेवरमैन ने कहा, “मैंने अपने निजी ई-मेल से एक भरोसेमंद संसदीय सहयोगी को सरकारी दस्तावेज भेजा…
जैसा कि आप जानते हैं, दस्तावेज आव्रजन के बारे में मंत्रिस्तरीय बयान था, जिसे छपना था ।”
उन्होंने कहा, “फिर भी मेरा जाना सही है । जैसे ही मुझे अपनी ग़लती का अहसास हुआ, मैंने तुरंत कैबिनेट सचिव को सूचित किया ।”
ब्रेवरमैन ने कहा, “हम एक कठिन समय से गुज़र रहे हैं… मुझे इस सरकार की दिशा के बारे में चिंता है ।”
ब्रेवरमैन ने कहा, “न केवल हमने अपने मतदाताओं से किए गए वादों को तोड़ा है बल्कि मैं घोषणापत्र से जुड़ी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की इस सरकार की प्रतिबद्धता को लेकर भी चिंतित हूँ, जैसे कि कुल प्रवासियों की संख्या कम करना और अवैध प्रवास, विशेष रूप से ख़तरनाक छोटी नावों से ब्रिटेन आने वालों को रोकना ।”
My letter to the Prime Minister. pic.twitter.com/TaWO1PMOF2
— Suella Braverman MP (@SuellaBraverman) October 19, 2022
भारत के प्रवासियों पर क्या कहा था ?
सुएला ख़ुद भारतीय मूल की हैं, लेकिन इसी महीने ‘द स्पेक्टेटर’ नामक मैगज़ीन को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “मुझे भारत के साथ खुली सीमा की नीति को लेकर चिंताएं हैं क्योंकि मुझे लगता है कि लोगों ने जब ब्रेग्ज़िट को चुना था, तब इसलिए वोट नहीं किया था ।”
उसी इंटरव्यू में सुएला ने कहा था कि ब्रिटेन में वीज़ा समाप्त होने के बाद सबसे ज़्यादा भारतीय प्रवासी ही रहते हैं ।
इसके बाद ऐसी रिपोर्ट्स भी आईं कि ब्रेवरमैन के बयान से भारत और ब्रिटेन के बीच होने वाला मुक्त व्यापार समझौता होने से पहले ही ‘समाप्त होने की कगार’ पर आ गया है । पहले इस समझौते को 24 अक्टूबर यानी दीपावली तक होना था लेकिन अब ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय की ओर कहा गया है कि समझौते पर चर्चा जारी है लेकिन दिवाली तक की डेडलाइन तय नहीं है ।
ब्रेवरमैन की जगह बोरिस जॉनसन सरकार में परिवहन मंत्री रहे ग्रैंट शैप्स को नया गृह मंत्री बनाया गया है । ग्रैंट शैप्स हाल ही में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को चुनने की प्रक्रिया में पीएम लिज़ ट्रस के प्रतिद्वंद्वी ऋषि सुनक के समर्थन में थे ।