
चीनी स्मार्टफोन मेकर कंपनी शाओमी कॉरपोरेशन ने भारत में अपना फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस बंद कर दिया है ।
चार साल पहले कंपनी ने भारत में ये सर्विस शुरू की थी । कंपनी ने अपने ऐप एमआई पे के जरिये बिल पेमेंट और मनी ट्रांसफर की सुविधा दी थी । लेकिन अब नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की मान्यता प्राप्त थर्ड पार्टी यूपीआई ऐप्स की सूची से इसे हटा दिया गया है ।
हाल में ही शाओमी ने एमआई क्रेडिट को भी हटा लिया था । यह स्मार्टफोन यूजर्स को जल्दी लोन मुहैया कराने के मकसद से कर्ज देने वाली कंपनियों और एमआई पे ऐप्स से जोड़ता था ।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक चीन के बाहर भारत शाओमी का सबसे मजबूत बाजार है । हालांकि पिछले कुछ दिनों में कंपनी भारत के टैक्स डिपार्टमेंट के निशाने पर रही है ।
अप्रैल में भारत में शाओमी की 676 मिलियन डॉलर की संपत्तियों को जब्त कर लिया गया था । हालांकि शाओमी ने कहा था कि उसने कोई गलत काम नहीं किया है ।
भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 2020 में गलवान में संघर्ष के बाद भारत में कुछ चीनी कंपनियों खासकर फाइनेंशियल ऐप पर शिकंजा कसा गया था । भारत ने सुरक्षा कारणों का हवाला देकर 300 से ज्यादा चीनी ऐप को प्रतिबंधित कर दिया था । जिसमें लोकप्रिय ऐप टिक-टॉक भी शामिल है ।