
रवीन्द्र त्रिपाठी की खास रिपोर्ट
फतेहपुर,06 दिसम्बर । धरती के देवता कहलाने वाले फतेहपुर महिला अस्पताल के चिकित्सकों ने चिकित्सा जगत को शर्मशार करने का काम किया है वो अस्पताल की गतिविधियों पर प्रश्न चिन्ह नहीं वल्कि सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का काम किया है ।
गत दिवस नाजुक हालत बता महिला अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिला को जबरन कानपुर रिफर कर देने एवं वापस जाते समय सड़क किनारे बच्ची को जन्म देने की वायरल हुई खबर के बाद शासन भी हरकत में आया है ।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री/डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने ट्वीट कर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को 24 घंटे के अंदर घटना की जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं । डिप्टी सीएम ने यह भी कहा है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा । लाख प्रयासों के बावजूद जिला अस्पताल की मनमानी पर नहीं लग पा रहा लगाम । बिना पैसों के लोगों को इलाज मिलना हो रहा मुश्किल । अधिकांश चिकित्सक प्राइवेट नर्सिंग होमों में दे रहे सेवाएं । घरों में मोटी फीस लेकर मरीज देखने वाले डॉक्टरों की भी नहीं है कमी । कईयों ने खोल लिए नर्सिंग होम । ऐसी बेपरवाही एवं उदासीनता पर कोई कैसे कहे इन्हें धरती के भगवान ।