
फतेहपुर । जनपद के खजुहा कस्बे में पहुंचने पर लोगों ने किया संत नर्मदा नंद का स्वागत ।
5 वर्ष की पैदल भारत भ्रमण यात्रा का संकल्प लेकर निकले नर्मदा नदी के उद्गम स्थल मध्य प्रदेश के अमरकंटक से डेढ़ वर्ष पहले पैदल निकले संत नर्मदा नंद ब्रह्मचारी आज खजुहा कस्बे में पहुंचे जहां श्रद्धालुओं एवं समाजसेवियों ने उनका स्वागत किया स्वामी नर्मदा नंद जी ने कहा कि कई प्रदेशों का भ्रमण करके यहां पहुंचे हैं । उत्तर प्रदेश के लोगों में भक्ति भावना का प्रभाव सर्वाधिक है ।
संत ने कहा कि यह है देवों की भूमि है यहां राम और कृष्ण ने जन्म लिया यहां काशी शिव के त्रिशूल पर स्थित है । यहां के लोगों की भक्ति सत्संग और अध्यात्म पर खासी रुचि है ।उन्होंने बताया कि हरियाणा के करनाल शामली होते हुए वह यहां पहुंचे स्वामी जी उत्तर प्रदेश के लोगों के व्यवहार स्वभाव और आचरण से अभिभूत नजर आए स्वामी जी ने बताया कि वह पैदल भ्रमण करते हुए प्रयागराज इसके बाद आगे का सफर जारी रखेंगे और गुरु जी की कृपा से 42 शक्तिपीठों के दर्शन पैदल ही करने का मेरा संकल्प है । एक चैनल के संवादाता से बात चीत के दौरान अपने विचारो को बेबाक ढंग से प्रस्तुत किया ।