
रिपोर्ट – जी० एम० हुसैन अली
जालौन । राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जालौन में वृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर एव जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया ।
शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि एसडीएम जालौन सना अख्तर, ब्लॉक प्रमुख श्री रामराजा निरंजन ,चिकित्सा अधीक्षक डॉ० कपिल गुप्ता,मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ० बी. चौहान,डॉ० विकास, डॉ० रेशु ,डॉ० योगेश आर्या सचिन द्वारा फीता काटकर किया गया ।
मानसिक स्वास्थ्य को लेकर बरतें सावधानी क्योकि मानसिक स्वास्थ्य की जीवन मे महत्वपूर्ण भूमिका होती है । मानसिक रोग कोई घातक बीमारी नहीं है । इसे छुपाए नहीं इलाज कराएं एव अपनी दिनचर्या सही करें यह बात एसडीएम जालौन सना अख्तर मैडम ने शिविर में उपस्थित लोगों से कहीं ।
चिकित्सा अधीक्षक द्वारा शिविर में उपस्थित लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी गई । जिला अस्पताल उरई से आई मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर बी चौहान द्वारा मानसिक रोग से ग्रसित 46 मरीजों का परीक्षण कर उपचार किया गया एवं अर्चना विश्वास द्वारा मरीजों की काउंसलिंग कर उचित परामर्श दिया गया ।
मनोसामाजिक कार्यकर्ता दिनेश सिंह द्वारा उपस्थित लोगों को बताया कि मानसिक रोग के प्रमुख लक्षणों में नकारात्मक विचार के साथ नींद नहीं आना,मिर्गी का दौरा पड़ना,अचानक बेहोश होना,हाथ व पैर में झुनझुनी होना,भीड़ में जाने से घबराना,आत्महत्या करने का विचार आना,घबराहट होना,बिना किसी उपस्थिति के भ्रम होना शक करना,अपने आप से बात करना आदि शामिल है । इसमें से किसी भी लक्षण के महसूस करने पर जिला अस्पताल उरई स्थित मानसिक रोग विभाग मे संपर्क करें जहां इलाज के लिए दवा देने के साथ उचित परामर्श देने की व्यवस्था है ।
इस अवसर आकांक्षा देवी,महेश कुमार प्रीती राठौर,राजनारायण वर्मा ,हाशिम, पी. एन शर्मा व काफी संख्या में नागरिक उपस्थित थे ।