
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा कि न्यायपालिका ही है जो अब तक लोकतंत्र बचाती आई है ।
उन्होंने कहा, ”ये लोग न्यायपालिका पर हमले कर रहे हैं । मैं देश से कहता हूं कि आप संविधान और न्यायपालिका के साथ खड़े रहें ।”
उन्होंने कहा, ”मैं चाहता हूं कि जितनी भी सरकारी इमारतें जलाई गईं उसकी जांच हो । जिन्होंने भी गोलियां चलाई उनकी जांच हो लेकिन मैं नहीं चाहता कि वो (सरकार) जांच करें । मैं चाहता हूं कि चीफ़ जस्टिस जांच करें ।”
उन्होंने सरकार पर चुनावों से भागने का आरोप लगाया और कहा, ”जो लोकतंत्र चाहते हैं वो तनाव नहीं चाहते । ये चुनाव से भाग रहे हैं ।”
آپ کو شرم نہیں آئی ایک پردہ دار خاتون کی گرفتاری کا وارنٹ نکال دیا، گھر میں آپ کے عورتیں نہیں ہیں؟ یا آپ اتنے بے شرم اور بیغرت ہیں کہ آپ کی عورتوں سے کوئی ایسا کرے اور آپ کو فرق ہی نہ پڑے، عمران خان pic.twitter.com/5VLtRAIsz2
— PTI (@PTIofficial) May 13, 2023
लाहौर से ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में इमरान ख़ान ने कहा, ”मुझे तो कल से ख़बर मिलनी शुरू हुई है । मैं फ़ेक्ट्स ले रहा था कि हुआ क्या? मेरी रैलियों में परिवार आते हैं । महिलाएं आती हैं । हम क्यों चाहेंगे हिंसा ?
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को अल-कादिर ट्रस्ट मामले में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को दो सप्ताह के लिए अंतरिम ज़मानत दे दी है ।
नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो ने अल-कादिर ट्रस्ट मामले में पाकिस्तान तहरीक़-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान ख़ान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट के परिसर से मंगलवार को गिरफ्तार किया था ।
इमरान ख़ान को दो दिनों तक हिरासत में रखा गया । जिसके बाद गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी गिरफ़्तारी को अवैध ठहराया और उन्हें पुलिस लाइन्स के गेस्ट हाउस में न्यायिक हिरासत में रखने का आदेश दिया ।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को, नौ मई के बाद दर्ज किसी भी मामले में अब 17 मई तक गिरफ़्तार नहीं किया जा सकेगा ।