
बिन्दकी-फतेहपुर : जनपद फतेहपुर के कस्बा बिन्दकी तहसील में सुबह भोर के समय डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने वाले सफाई कर्मचारी के साथ मारपीट की गई पीड़ित सफाई कर्मचारी ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस ने किया पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है । पीड़ित सफाई कर्मचारी का आरोप पूरा कलेक्शन का चार्ज मांगने पर मारपीट की गई । सफाई करने गए सफाईकर्मी सागर पुत्र जुगुल किशोर निवासी मोहल्ला ठठराही थाना बिन्दकी के एक युवक द्वारा कुछ कहासुनी हो गयी । जिसके बाद उक्त युवक ने सफाईकर्मी के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया ।

दरअसल मामला कुछ यूं है कि हर रोज की सुबह सफाई के लिए गए सफाई कर्मी सागर पुत्र जुगुल किशोर बाल्मीकि जब सुबह सफाई करने बिन्दकी नगर के ‘आजाद नगर मोहल्ले’ में गया तो प्रति माह कूड़ा कलेक्शन की रसीद कटनी थी । जिसके बाद कुछ कहासुनी हुई और उक्त दबंग युवक आदित्य सोनकर पुत्र राजा सोनकर जो कि आजाद नगर का रहने वाला था । उसने सफाई कर्मचारी को अपने कई साथियों के साथ घेरकर लात घूंसों से मारा अभी हाल ही में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन को लेकर प्रतिमाह तीस रुपये का शुल्क पालिका द्वारा जबरन निर्धारित कर दिया गया है ।
जबकि हकीकत यह है कि कई मोहल्लों का हाल तो यह है कि कूड़ा लेने कोई जाता नही है । बल्कि कूड़ा कलेक्शन शुल्क की रसीदें हर माह समय से पहुंच जाती है ।
जिससे क्षुब्ध होकर लोगों का गुस्सा पालिका में उतरने के बजाय सफाईकर्मी पर उतरना बिल्कुल गलत है ।जबकि इन सबका जिम्मेदार पालिका प्रशासन खुद ही है । इस बारे में जब पीड़ित युवक सागर से इस उक्त घटना की जानकारी पालिका प्रशासन को दिए जाने के बारे में पूछा गया तो पता चला कि बिन्दकी सफाई निरीक्षक ने मामले को रफा दफा करने की बात कही । अब समझ ये नहीं आता है कि जब यही पालिका प्रशासन के गलत कार्यों को लेकर किसान यूनियन के लोग आमने सामने आकर आर पार की लड़ाई लड़ते हैं । तब इसी नगर पालिका को किसान यूनियन को जवाबी कार्यवाही के तौर पर इन्हीं सफाई कर्मचारियों का सहारा लेना पड़ता है । जब पालिका का कोई बड़ा अधिकारी कहीं किसी मामले को लेकर पिटता है तो उस समय में भी इन्हें यही सफाई कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ती है । लेकिन जब उनके ही सफाई कर्मचारी के साथ ड्यूटी के दौरान हाथापाई होती है तो यही पालिका के अधिकारी मामले को रफा दफा करने को कहते हैं ।
ये कैसा पालिका का इंसाफ है । जब खुद पिटते हैं तो हाय तौबा कर सीना पीटते हैं तो कहीं थाने का घेराव करते हैं । लेकिन जब बात सफाई कर्मचारी की आती है तो यही पालिका के अधिकारी आराम से पालिका में बैठ कुर्सियां तोड़ते हुए दिखाई पड़ते हैं ।
उक्त प्रकरण में जब कस्बा इंचार्ज रितेश कुमार रॉय से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि एनसीआर दर्ज कर ली गयी है ।
ड्यूटी के दौरान हुई सफाई कर्मचारी के साथ मारपीट वो भी ऐसे समय में जिस समय कोरोना जैसी घातक बीमारी में लोगों को घरों से बाहर न निकलने को कहा जा रहा है । ऐसे समय में सफाई कर्मी अपनी जान कि परवाह किये बिना अपने दायित्वों का निर्वाहन लगातार कर नगर को स्वच्छ बनाने में अपना अहम योगदान निभा रहे हैं । ऐसे में उनके साथ मारपीट जैसी घटना घटित होना निन्दनीय है ।
उक्त मारपीट करने वाले के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी । ऐसे लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा । जो लोग कोरोना जैसी घातक बीमारी में भी अपना अहम योगदान दे रहे हों और उनके साथ मारपीट जैसी घटना हो । जो कि बिल्कुल गलत है ऐसे परिस्थितियों में अगर पालिका प्रशासन ये बोले कि जो हो गया है सो हो गया है । अब शांत रहे तो सोचो पालिका में कितनी निरंकुशता है ।