
– अधिवक्ता संघ ने की शोक सभाएं ।
– सर्विलांस के जरिए लोकेशन हुई ट्रेस ।
बिंदकी/फतेहपुर । जनपद न्यायालय के प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र प्रसाद वर्मा के भाई ग्राम न्यायालय बिंदकी में कार्यरत सिविल वाद लिपिक राजेंद्र प्रसाद वर्मा की मंगलवार को संदिग्ध मौत हो गई ।उनका शव कानपुर नगर के बर्रा नाले से बरामद हुआ ।
लगभग 55 वर्षीय राजेंद्र प्रसाद वर्मा बिंदकी स्थित ग्राम न्यायालय में सिविल वाद लिपिक के पद पर लगभग ढाई वर्षो से कार्यरत थे जो मंगलवार को अपनी ड्यूटी पूरी कर लगभग 2:00 बजे बिंदकी से कानपुर के लिए रवाना हुए थे । वह पूर्ण स्वस्थ थे और किसी प्रकार की चिंता से ग्रसित नहीं थे । वह कानपुर नगर के बर्रा 2 मैं रहते थे और रोजाना अप डाउन करते थे । यद्यपि ग्राम न्यायाधीश ग्रीष्मावकाश में है लेकिन कार्यालय समय से खुल रहा था । जिसमें मंगलवार को राजेंद्र प्रसाद वर्मा ने अपनी ड्यूटी पूरी कर कानपुर के लिए रवानगी की थी । देर शाम तक जब वह घर नहीं पहुंचे और लगातार परिजनों द्वारा मोबाइल पर कॉल करने के बावजूद कॉल रिसीव ना होने से चिंतित परिजनों ने पुलिस को सूचित किया पुलिस ने सर्विलांस के जरिए मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की जो बर्रा नाला की मिली तलाश के बाद राजेंद्र प्रसाद वर्मा का शव बरामद हुआ ।
उनके निधन से जहां परिजनों में कोहराम मच गया वही । आज डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन फतेहपुर और बिंदकी बार एसोसिएशन ने शोक सभा कर दिवंगत राजेंद्र प्रसाद वर्मा को श्रद्धांजलि दी और न्यायिक कार्यो से विरत रहे । राजेंद्र प्रसाद मिलनसार और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे ।