
कानपुर । महाराजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत खेती के लालच में चाची की हत्या करके शव को बोरे में भरकर ठिकाने लगाने वाले दो भतीजे और उनके एक साले को थाना महाराजपुर पुलिस टीम ने वारदात के चार दिन बाद गिरफ्तार कर लिया है । अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने बोरी में भरे शव को बरामद कर लिया है ।
वही महाराजपुर पुलिस ने हत्यारोपियों से घटना के बारे में हुई पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त आशू उर्फ राघवेन्द्र सिंह पुत्र स्व0 शिव बहादुर सिंह निवासी महोली थाना महाराजपुर कानपुर नगर उम्र 28 वर्ष ने बताया कि चाचा रामचन्द्र मानसिक विक्षिप्त है । करीब 20 वर्ष पहले रामचन्द्र की पत्नी कुसुम चाची है । जो गांव से चली गयी थी और इस वर्ष दीवाली के समय गांव में वापस आ गयी तथा रामचन्द्र के घर में सामान रखकर रहने लगी । रामचन्द्र काफी समय से खेत में बने ट्यूबेल पर रहते है गांव मे नही आते है । जब मेरी चाची 20 साल बाद वापस आयी तो इन्होंने चाचा राम चन्द्र के खेत के हिस्से की बात करना शुरू कर दी । जब हम लोगों को इस बात की जानकारी हुई तब सदमा लगा और हम लोगो को ऐसा लगने लगा कि अब मेरी चाची कुसुम चाचा की कम बुद्धि का फायदा उठाकर खेत अपने नाम करवा लेगी ।
वही आशु व उसके भाई बबलू ने आपस में विचार विमर्श किया और बबलू के साले जितेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ सौरभ सिंह पुत्र दिनेश बहादुर निवासी नरायणपुर थाना जिठबारा जनपद प्रतापगढ़ से फोन पर आशु और बबलू ने बात की तो सौरभ ने कहा कि परेशान मत हो हम समय निकालकर जल्दी ही आयेंगे और कुसुम चाची को ठिकाने लगा देंगे ।
आशु ने ₹10,000 भेज कर ओला बुक करवाई थी । वह घटना को अंजाम देने के लिए 9 जुलाई को सौरभ सिंह नोएडा से ओला चालक मनोज के साथ गांव में आया । जिससे आशु और बबलू तथा सौरभ सहित ओला चालक मय गाड़ी के सौरभ के मामा निवासी प्रयागराज घर गये फिर 10 जुलाई को प्रयागराज से शाम के समय हम सभी लोग वापस गांव महोली आ गये तथा रात में परमहंस ढाबे पर जाकर हम सभी ने खाना खाया । ओला चालक मनोज अपनी गाड़ी से आशु बबलू व सौरभ को घर पर छोड़कर वापस परमहंस ढाबे पर सोने चला गया था । इसके जाने के बाद हम तीनो ने गांव में बैठकर योजना बनाई कि जमीन बचाने के लिये कुसुम चाची को ठिकाने लगाना पड़ेगा और रात में चाची कुसुम को तीनो ने वही पर दबोच लिया और वही से अपहरण करके उनके घर में ले गये तथा बरामदे में पड़े तखत पर उनका मुंह दबाकर रस्सी से गला घोटकर तीनो लोगो ने मिलकर एक राय होकर उनकी हत्या कर दी तथा वही पर पड़ी प्लास्टिक की बोरी में भरकर उसी रस्सी से बोरी का मुंह बाधकर वही तखत पर रख लिया था तथा सोच समझ कर मनोज जो नोएडा से ओला गाड़ी लेकर आया था उसी से मृतका कुसुम चाची के शव को फेंकने जाने की योजना बनाई थी । जब ओला ड्राइवर मनोज को बुलाकर लाये थे और उसको गुमराह करने के लिये पहले आधी गेहू की बोरी मेरी हुई रखी गयी । फिर हम तीनो ने जिस बोरी में चाची कुसुम के शव को बाध कर रखा था वह बोरी गाड़ी में रखने का प्रयास करने लगे तो ओला ड्राइवर मनोज को कुछ शक हो गया और वह गाड़ी लेकर भाग गया था । ओला ड्राइवर भागा तो बाइक से शव लगाया ठिकाने मनोज के भागने के बाद तीनो घबरा गये और आशु अपनी मोटर साइकिल से चाची कुसुम के शव अरी बोरी को रखकर आशु, बबलू तथा सौरभ तीनों लोग लाश को ठिकाने लगाने के लिये भागे और पुरवामीर होते हुए नयाखेड़ा तथा रसूलपुर पधारा नहर के पास गये सुनसान जगह देखकर चाची कुसुम के शव भरी बोरी को नहर में डाल दिया । तीनों अभियुक्तों को किया गिरफ्तार ।
15 जुलाई को अभियुक्त आशू उर्फ राघवेन्द्र सिंह पुत्र स्व0 शिवबहादुर सिंह निवासी महोली थाना महाराजपुर कानपुर नगर उम्र 28 वर्ष,जितेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ सौरभ सिंह पुत्र दिनेश बहादुर निवासी नरायणपुर थाना जिठवारा जनपद प्रतापगण उम्र 39 वर्ष, बबलू उर्फ बलवीर सिंह पुत्र स्व0 शिवबहादुर सिंह निवासी ग्राम महोली थाना महाराजपुर कानपुर नगर उम्र करीब 30 वर्षे को गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त आशु उर्फ राघवेन्द्र सिंह की निशानदेही पर मुकदमा उपरोक्त की मृतका कुसुम के शव को पधारा नहर थाना क्षेत्र कल्याणपुर जिला फतेहपुर के पास झाड़ियों में एक बोरी के अन्दर बरामद किया गया ।
शव की पहचान वादी मुकदमा (मृतका के भाई) व वादी की पत्नी द्वारा की गयी । शव को पोस्टमार्टम हेतु भिजवाया गया तथा अभियुक्तों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जा रही है । अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए कैब चालक मनोज द्वारा पुलिस को सूचना देकर एक जिम्मेदार नागरिक का फर्ज निभाया गया । जिससे घटना संज्ञान में आई और तीनों हत्यारे पकड़े गए ।
इस पर कमिश्नरेट पुलिस द्वारा कैब चालक मनोज को पुरुस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा ।