
बकेवर/फतेहपुर । देवमई विकासखंड के कौड़िहा गांव के मुख्य मार्ग पर कीचड़ व गंदा पानी जमा होने से ग्रामीण हलाकान हो रहे हैं । पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आने वाला यह रोड गाँव को नेशनल हाइवे से जोड़ता है । यह स्थिति इस लिए है क्योंकि पंचायती राज विभाग के सफाई कर्मचारी कभी-कभी ही अपना कर्तव्य निभाते नजर आते हैं । यहाँ से लोगों का निकलना दूभर हो गया है । सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं और विद्यार्थियों को उठानी पड़ रही है । इसके बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है । जिससे गंदगी से तरबतर आम रास्ते में फैली गंदगी से उठती दुर्गंध ने ग्रामीणों का जीना हराम कर रखा है ।
कौड़िहा गांव के निवासी सुनील,कल्लू,मनोज,रवि,पिंटू सिंह, पुत्तन,दिनेश,पुनीत आदि लोगों ने बताया कि सफाई कर्मचारी गाँव मे यदा-कदा ही दिखाई देता है । वो भी सिर्फ खानापूर्ति करता है। गांव मे नालियों का जल निकासी की मुकम्मल व्यवस्था नहीं है । कहीं-कहीं नाली ही नहीं है तो कहीं-कहीं नालिया सिल्ट से पटी हैं । जिस कारण मुख्य मार्ग पर ही कीचड़ व जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है । पिछले कुछ दिनों हो रही बारिश से स्थिति और भी दयनीय हो चुकी है । वर्तमान स्थिति में इस गांव के हर गली पर पूरी तरह से नालियों का पानी रास्ते से ही बहता है । गांव की गलियां जलमग्न है । मार्ग पर कीचड़ और फिसलन होने के कारण ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है । घरों का गंदा पानी व बरसात का पानी गांव की गलियों में आ जाने से दुर्गंध आ रही है । साथ ही संक्रमण बीमारियों के फैलने का भय बना हुआ है । कई बार ग्राम प्रधान से इसकी शिकायत भी की गई है । मगर हमारी कोई सुनवाई नहीं होती है ।
इस विषय पर जब एडीओ पंचायत राजकुमार पटेल ने बताया कि कौड़िहा में गौशाला होने के कारण सफ़ाई कर्मी गाँव मे कम समय दे पाता है जल्द टीम लगाकर सफाई कार्य कराया जायेगा ।
इनसेट –
कीचड से पटा है रास्ता
गांव में मुख्य मार्ग कीचड़ हुआ गंदगी से पटा हुआ है गांव में प्रवेश करते ही प्राथमिक विद्यालय व पंचायत भवन स्थित है । जिसके ठीक सामने कीचड़ पर गंदगी से सराबोर सड़क है । भगवान भरोसे चल रहे प्राथमिक विद्यालय में ना तो बाउंड्री वॉल हैं और यहां लगा हैंडपंप भी काफी समय से खराब पड़ा हुआ है । गाँव के लोगों ने विद्यालय परिसर में अतिक्रमण कर रखा है । विद्यालय परिसर के चारों तरफ गंदगी ही गंदगी नजर आती है ।
प्रधानाध्यापिका अर्चना देवी का कहना है यहां सफाई कर्मचारी कभी-कबार ही आता है और खानापूर्ति करके चला जाता है । विद्यालय की बदहाल अवस्था के संदर्भ में कई बार ग्राम प्रधान से कहा गया है । लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिलता है ।