
फतेहपुर । आकांक्षी जनपद फतेहपुर में नीति आयोग भारत सरकार बर्नार्ड वैन लीर फाउंडेशन एवं विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी के सहयोग से संचालित जीवन के प्रथम 1000 दिवस परियोजना के अंतर्गत “प्रारम्भिक बाल्यावस्था विकास एवं संवेदनशील देखभाल” विषय पर एक दिवसीय जिला स्तरीय सेमिनार का आयोजन जिला प्रशासन के मार्गदर्शन एवं सहयोग से संपन्न हुआ ।
इस सेमिनार की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल के द्वारा की गई उन्होंने अपने उद्बोधन में प्रारम्भिक बाल्यावस्था विकास एवं संवेदनशील देखभाल के विषय पर ज़ोर देते हुए परियोजना से सम्बन्धित समस्त विभागीय शीर्ष अधिकारीयों, कर्मचारियों एवं ज़मीनी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा की हमारे देश का भविष्य आगे कैसा होगा इसका निर्धारण हमारे आंगनवाडी केन्द्रों में आज हो रहा है । जो की आंगनवाडी कार्यकर्त्ता,आशा एवं ए.एन.एम. के अथक प्रयासों से संभव हो पाएगा । इस सेमिनार में विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के विषय विशेषज्ञ शामिल हुए जिन्होंने अपने विचार बाल्यावस्था एवं संवेदनशील देखभाल पर प्रमुखता से रखे ।
इस सेमिनार में चिकित्सा महाविध्यालय के प्राचार्य डॉ० आर. पी.सिंह, जामिया मिलिया इस्लामिया महाविध्यालय,नई दिल्ली के प्रारम्भिक बाल विकास विभाग की प्रोफेसर डॉ. अनुभा राजेश,निपसिड के बाल विकास विभाग की पूर्व निदेशक डॉ. ऊषा अबरोल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी फतेहपुर डॉ. अशोक कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब सिंह यादव, फतेहपुर चिकित्सा महाविध्यालय के बाल रोग विशेषग्य डॉ. दीपक संखवार, आदि ने जीवन के प्रथम 1000 दिवस गर्भावस्था, प्रसव,बाल्यावस्था के दौरान संवेदनशील देखभाल जैसे तकनीकी विषयों पर अपने उद्बोधन दिए ।
इस कार्यक्रम में जनपद के परियोजना से सम्बंधित पुष्टाहार विभाग,स्वास्थ्य विभाग,शिक्षा विभाग उप्र. आजीविका मिशन आदि विभागों के शीर्ष जिला अधिकारीयों, ब्लाक स्तर के समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, गोपालगंज, हसवा, तेलियानी और भिटौरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी आदि ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया । यह कार्यक्रम विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी एवं बर्नार्ड वैन लीर फाउंडेशन के तकनीकी सहयोग से संपन्न हुआ ।