
बिन्दकी/फतेहपुर । जिला प्रशासन ने पराली जलाने पर सख्ती बरतना शुरू कर दिया है । इसी के चलते आज नायब तहसीलदार प्रतिमा द्विवेदी व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक तारकेश्वर राय की संयुक्त अध्यक्षता में पुलिस चौकी सरकंडी में पराली जलाने की घटनाओं को लेकर जागरूकता बैठक का आयोजन किया गया ।
बैठक में नायब तहसीलदार प्रतिमा द्विवेदी ने पराली जलाने से होने वाले पर्यावरणीय दुष्प्रभाव की जानकारी देते हुए कहा कि किसान किसी भी परिस्थितियों में पराली खेतों में न जलाएं ।
अगर प्रशासन को नजरंदाज कर खेतों में पराली जलाते हैं तो उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा कर दंडित किया जाएगा और जुर्माना वसूला जाएगा । पराली जलाने वाले किसानों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा । उन्होंने कहा कि यदि क्षेत्र में पराली जलाए जाने की सूचना मिलती है तो इसके जिम्मेदार क्षेत्रीय लेखपाल व हल्का पुलिस जिम्मेदार होगी ।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक तारकेश्वर राय ने बताया कि खेतों से निकलने वाले फसल अवशेष को जलाने की जगह किसान यूरिया का फसल अवशेष पर छिड़काव कर उर्वरक के रुप में भी प्रयोग कर सकते हैं । जिससे ऊपज में भी इजाफा किया जा सकेगा ।
उप कृषि निदेशक सतेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर तहसील स्तर पर कमेटी गठित की गई हैं । अगर कहीं कोई पराली जलाता है तो जुर्माना लगाया जाएगा । अगर कोई किसान एक एकड़ से कम एरिया में फसल अवशेष जलाता है तो उससे 2500 का जुर्माना वसूला जाएगा । 1 एकड़ से 2 एकड़ जमीन पर 5 हजार जुर्माना है ।
इस मौके पर नायब तहसीलदार प्रतिमा द्विवेदी,थाना प्रभारी निरीक्षक तारकेश्वर राय,चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक सरकंडी सरनाम सिंह,राजस्व निरीक्षक, लेखपाल, ग्राम प्रधान व क्षेत्रीय किसान मौजूद रहे ।