
फतेहपुर । जनपद फतेहपुर में अवशेष निराश्रित गोवंशो को शत प्रतिशत संरक्षित किये जाने तथा उनको भरण पोषण के सम्बन्ध में किये जा रहे प्रभावी एवं सम्बन्ध शासन स्तर से जनपद फतेहपुर हेतु नामित नोडल अधिकारी राजेश कुमार प्रजापति विशेष सचिव कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा द्वारा जनपद फतेहपुर की गौशाला कौडिया, गौआश्रय स्थल शिवराजपुर एवं गौ आश्रय स्थल रावतपुर का निरीक्षण किया गया ।
गौ आश्रय स्थल कौड़िया –
कौड़िया गौशाला में गोवंशों की संख्या 195 पायी गयी । जिनमें से 62 नर एवं 133 मादा गौवंश संरक्षित है । ठंड से बचाव हेतु तिरपाल लगाया गया है । पशुचिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि 03 अस्वस्थ गोवंशों की चिकित्सा उपचार कक्ष में की गयी है । फंड पूलिंग से रु० 110000 प्राप्त होना अवगत कराया गया । ग्रा०वि०अ० को निर्देशित किया गया कि प्रकाश हेतु सोलर पैनल एवं गौशाला में बाउन्ड्री बनवाने हेतु विधायक निधि/क्षेत्र पंचायत से कार्य हेतु प्रस्ताव कराये एवं हरा चारा उत्पादन हेतु सम्बद्ध भूमि में तार फेन्सिंग करायी जाये । गौशाला में 03 गौपालक उपस्थित मिले एवं साफ-सफाई हेतु कड़ाई से निर्देश दिए गए ।
गौ आश्रय स्थल,शिवराजपुर
शिवराजपुर गौशाला में 580 गौवंश संरक्षि किये गये है जिनके लिये कुल 06 शेड निर्मित है । गौशाला परिसर में 02 तालाब बने हुये है आय अर्जन हेतु तालाब में मछली पालन का कार्य भी किया जा रहा है । भरण-पोषण हेतु भूसा, दाना की पर्याप्त व्यवस्था है तथा स्वच्छ पेयजल हेतु पम्प हाउस का निर्माण कराया गया है एवं सभी चरही एवं तालाब में पम्प से पानी भरा जाता है । गौशाला में 15 गौपालक कार्य कर रहे है । गौवश को ठण्ड से बचाव हेतु सभी शेडो में तिरपाल लगाया जाये एवं गैशाला को स्थायी/वृहद बनवाये जाने हेतु प्रस्ताव शासन को भेजा जाये ।
गौ आश्रय स्थल,रावतपुर :
रावतपुर गौशाला में 407 गौवंश संरक्षित किये गये है । गौशाला में भूसा 150 कु० तथ पशुआहार 35 कु० उपलब्ध पाया गया एवं 08 गौपालक कार्य कर रहे है । गौशाला में हरा चारा उत्पादन हेतु नेपियर घास लगायी गयी है । निर्देशित किया गया कि कुल सम्बद्ध 6.4 हे0 भूमि में हरा चारा हेतु बुआई करायी जाये । गौशाला में 01 शेड निर्माणाधीन है जिसमें टिन शेड नही लगाया गया है । ग्राम प०अ० को निर्देशित किया कि रोड का कार्य तत्काल पूर्ण कराया जाये एवं गौशाला परिसर में विभिन्न स्थानो पर गोबर के ढेर लगाया गया है । जिन्हे एक स्थान पर एकत्रित करने हेतु तथा साफ सफाई कराने एवं नर-मादा गोवंश को प्रथक करने के लिये निर्देशित किया गया ।
इस मौके पर डॉ० नवल किशोर, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी एवं जिला पंचायतराज अधिकारी एवं गौशालाओं से सम्बन्धित अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहें ।