
कानपुर । सरसौल कस्बा में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम व भंडारे का आयोजन किया जाएगा । कार्यक्रम में डॉ. बीआर स्वास्थ्य एवं शिक्षा समिति उमरावखेड़ा के संस्थापक पिंटू सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबडेकर पूरा जीवन संघर्ष करते रहे । भेदभाव का सामना करते हुए उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की । आजादी की लडाई में शामिल हुए और स्वतंत्र भारत को एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने के लिए संविधान निर्माण में अतुल्य भूमिका निभाई । बाबा साहेब ने पिछड़े और कमजोर वर्ग के अधिकारों के लिए पूरा जीवन संघर्ष किया ।
समाजसेवी रविकांत गौतम ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. बी आर अंबडेकर सही मायनों में गरीबों, दलितों, किसानों, महिलाओं और मजदूरों के सच्चे मसीहा थे ।
उन्होंने बताया कि डॉ. अंबडेकर स्वास्थ्य एवं शिक्षा समिति उमराव खेड़ा के द्वारा गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा के साथ सिलाई, कढ़ाई, बुनाई व कंप्यूटर आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है ।
उन्होंने बताया कि पिछले करीब तीन सालों से समाज के शैक्षणिक कार्यों और सामाजिक कार्यों में भाग लेकर समाज को आगे बढाने का कार्य किया जा रहा है ।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पिंटू सिंह संस्थापक डॉ. बी आर स्वास्थ्य एवं शिक्षा समिति उमरावखेड़ा, बलवीर सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. बीआर स्वास्थ्य एवं शिक्षा समिति उमरावखेड़ा, रविकांत गौतम, नवल कुमार,योगेंद्र गौतम, बाल किशन, गंगा सागर, रजोले, दीपक गौतम, शशिकांत गौतम,विकास गौतम,देशराज,सोनाली गौतम,मीरा कुमारी, ज्योति आदि लोग मौजूद रहे ।