
उत्तर प्रदेश । फ़िरोज़ाबाद में अवैध संबंधों में बाधक बने पति को उसी की 7 जन्मो साथ निभाने का वचन देने वाली जीवन संगिनी ने ही ठिकाने लगवा दिया पुलिस ने पत्नि ज्ञानवती और उसके आशिक सहित 4 कातिलो को अरेस्ट कर लिया है ।
क्या था मामला…
शनिवार को शनिदेव मंदिर के पास खेतों में एक युवक का शव पड़ा मिला था । जिसकी पहचान जोनी पुत्र सत्यप्रकाश निवासी सरजीवन नगर थाना रामगढ़ के रूप में हुई थी । मृतक की पत्नी ज्ञानवती देवी ने पति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी । वहीं, मृतक के भाई ने हत्या का आरोप लगाया था । पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद आरोपी पत्नी ज्ञानवती,उसके प्रेमी जय सिंह यादव पुत्र लाखन सिंह निवासी जारखी थाना पचोखरा, योगेश पुत्र दयाशंकर और प्रांशु पुत्र राकेश निवासी मदावली थाना टूंडला को गिरफ्तार किया । इन लोगो ने ही हत्या की थी ।
हत्या के बाद से घर नहीं पहुंचा था जय सिंह
एसपी सिटी ने बताया कि जांच पड़ताल में सामने आया कि ज्ञानवती का जय सिंह यादव निवासी जारखी से मिलना-जुलना था । हत्या की घटना के बाद से ही जय सिंह घर नहीं पहुंचा । सोमवार को पुलिस ने जय सिंह और उसके दो दोस्तों को नगला बैंदी आश्रम के पास से गिरफ्तार कर लिया । पूछताछ में आरोपी जय सिंह यादव ने पुलिस को बताया कि वह शादी समारोह,जन्मदिन पार्टी अथवा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में डीजे बजाता है तीन साल पहले उसने बैकुंठी मैरिज होम तहसील टूंडला में आयोजित शादी समारोह में डीजे लगाया था । वहीं पर ज्ञानवती पत्नी जोनी से मेरी मुलाकात पहली बार हुई थी । फिर मैंने और ज्ञानवती ने एकदूसरे का मोबाइल नंबर ले लिया और हमारी बातचीत शुरू हो गई । हम दोनों के बीच संबंध स्थापित हो गए । ज्ञानवती ने उसकी दोस्ती अपने पति से करा दी । उसके बाद वह ज्ञानवती के घर आने-जाने लगा ।
शराब का आदी था जोनी
आरोपी ने बताया कि एक साल पहले जोनी की बहन की शादी में हल्दी प्रोग्राम में वह आया था । उसने जोनी और ज्ञानवती को उनके कहने पर रुपये और सामान खर्च करने के लिये दिए थे । उसके बाद उन्होंने जोनी को रास्ते से हटाने की योजना तैयार की । जोनी शराब का आदी था । उसने जोनी को रास्ते से हटाने के लिए अपने दो दोस्तों को भी बुलाया था । योजना के तहत जोनी को फोनकर ककरऊ कोठी पर बुलाया । फिर चारों लोग चन्द्रवार गेट सोफी वाले घाट पर नहाने के लिए निकल गए, जहां हमने जोनी को शराब पिलाई । उसका गला दबाकर हत्या कर दी । शव को शनिदेव मंदिर के समीप फेंक दिया । जोनी को मारने के बाद उन्होंने ज्ञानवती को भी इसकी जानकारी दे दी थी ।