
फतेहपुर : जिला कृषि अधिकारी फतेहपुर बृजेश सिंह ने बताया कि कृषि उत्पादन आयुक्त उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ की अध्यक्षता में मंडलीय रवि उत्पादकता गोष्ठी 2021-22 का आयोजन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की गई । वीडियो कांफ्रेंसिंग जिलाधिकारी श्रीमती अपूर्व दुबे की अध्यक्षता में एनआईसी हुई । जिसमें मंडलीय रवि गोष्ठी का प्रारंभ कृषि निदेशक उत्तर प्रदेश द्वारा रवि की तैयारी के संबंध में सामान्य रूप रेखा के माध्यम से की गई । जनपद की तैयारी एवं समस्याओं के संबंध में सर्वप्रथम जनपद फतेहपुर से शुरुआत किया गया ।
जिलाधिकारी द्वारा रवि 2021-22 में दलहन व तिलहन की बुवाई को देखते हुए कृषि निवेश की समस्त व्यवस्था की स्थिति बताते हुए डीएपी उर्वरक की मांग एपीसी महोदय के सम्मुख रखी गई । जिस के क्रम में शासन स्तर से शीघ्र ही मांग के अनुरूप आपूर्ति का आश्वासन दिया गया । जिलाधिकारी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत धान की फसल चक्रवाती वर्षा एवं अतिवृष्टि से प्रभावित होने की दशा में बीमा कंपनी द्वारा जल प्लावन दिखाकर क्लेम निरस्त करने की बात भी रखी गई एवं इसमें संशोधन की आवश्यकता भी बताई गई ताकि कृषकों को अधिक से अधिक बीमा क्लेम का लाभ प्राप्त हो सके ।
जनपद की 16 किलोमीटर की यमुना पट्टी भू-भाग की बुंदेलखंड के सामान भौगोलिक स्थित होने के कारण बुंदेलखंड की भांति सुविधाएं जनपद फतेहपुर को भी दिए जाने की मांग रखी गई तथा जनपद में स्प्रिंकलर सेट की मांग रखी गई ।सिंचाई व्यवस्था के अंतर्गत एलजीसी नहर प्रणाली जनपद फतेहपुर टेल पर होने के कारण जनपद को रोस्टर के अनुसार पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने की मांग रखी गई ।नलकूपों के संचालन हेतु विद्युत की लो वोल्टेज की समस्या को देखते हुए कौशांबी की भांति अलग से कृषि फीडर की व्यवस्था की बात रखी गई । राजकीय कृषि प्रक्षेत्र थरियांव को नीति आयोग से प्राप्त धनराशि से माइक्रो इरीगेशन मॉडल क्षेत्र विकसित करने संबंधी जनपद स्तर पर किए गए प्रयास को भी अवगत कराया गया । जनपद के कृषक मनोज कुमार द्वारा जिप्सम की अधिक आपूर्ति ससमय करने की मांग रखी गई जिसे शीघ्र पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया है । अपर मुख्य सचिव कृषि द्वारा जिलाधिकारी द्वारा उठाए गए समस्त बिंदुओं पर अपनी सहमति व्यक्त करते हुए आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया तथा कृषि निवेश की ससमय उपलब्धता के साथ कृषि उत्पादों की खरीद पर भी चर्चा की गई तथा इसके संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए ।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ,उप कृषि निदेशक, परियोजना निदेशक डीआरडीए, डीसी मनरेगा, जिला कृषि अधिकारी,मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी,कृषि विज्ञान केंद्र पर वैज्ञानिक डॉक्टर जितेंद्र सिंह,डॉक्टर साधना व भूमि संरक्षण अधिकारी प्रगतिशील किसान सहित संबंधित उपस्थित रहे ।