
फतेहपुर । उत्तर प्रदेश के फतेहपुर निवासी अखिल भारतीय पुरोहित महासंघ के जिला महासचिव (संस्कृत प्रचारक) आयुष द्विवेदी आज तीन वर्षों से संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार में कार्यरत हैं ।
फतेहपुर निवासी आयुष द्विवेदी ने कल आनलाइन स्तर पर एक कक्षा को सम्बोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति के स्वर्णिम विकास के लिए देववाणी संस्कृत का विशेष योगदान है । संस्कृत भाषा को पढ़कर के द्वारा प्रेरित होकर व्यक्ति एक स्वर्णिम उज्वल भविष्य का निर्माण कर सकता है । संस्कृत का व्याकरण अत्यंत समृद्ध है । संस्कृत विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है । हमारे शास्त्र भी कहते हैं ।
भाषासु मुख्या मधुरा दिव्या गीर्वाणभारती….आयुष द्विवेदी ने समस्त प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि अच्छे संस्कारो को प्रदान करने हेतु हमे अपने बच्चों को संस्कृत अवश्य पढ़ाई जानी चाहिए ।
उनके माता-पिता को भी बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए देव वाणी अवश्य पढ़ाए । ताकि हम आने वाले समय में पुनः विश्व गुरु के स्थान पर स्थापित हो सकें । आयुष द्विवेदी अब तक उत्तर प्रदेश ही नहीं गुजरात, हरियाणा ,बिहार, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में भी संस्कृत भाषा को लेकर जागरूकता अभियान चला चुके हैं ।