
बिजनौर । जनपद बिजनौर में स्कूली बच्चों के जान की क़ीमत परिवहन विभाग के अधिकारियों के सामने शून्य है । जनपद के लगभग सभी स्कूलों में डग्गामार और खटारा गाड़ियों की भरमार है । जांच के नाम पर खानापूरी ही होती है । 2- 4 वाहन पकड़ कर इतिश्री कर ली जाती है और 1- 2 दिन बाद वही वाहन बड़े मजे से सड़कों पर भागे फिरते है ।
नगीना में सेंट मैरी स्कूल में लगे ज़्यादातर वाहन ऐसे है । जिनका समय निकल चुका है । फिटनेस तो दूर की बात है गाड़ियों का रेजिस्ट्रेशन भी खत्म हो चुका है । बार बार इस संबंध में शिकायत होती है । लेकिन वही ढाक के तीन पात । 2-4 गाड़िया पकड़ी जाती है और 1-2 दिन में छूट जाती है ।
जनपद में कई हादसे होने के बाद भी परिवहन विभाग आराम से सो रहा है । विभाग को अगले एक्सीडेंट का इंतज़ार रहता है । जब कोई दुर्घटना होती है । तब 1-2 दिन के लिए जागता है । फिर सो जाता है ।