
कानपुर । सावन के आखरी सोमवार को सैबसी गांव से एक दर्जन से अधिक शिव भक्तों ने भगवान शिव को गंगाजल से अभिषेक करने के लिए प्रथम कावंड़ यात्रा निकाली । नव युवक कमेटी के भक्तों ने ड्योढी गंगा घाट से सरसौल स्थित प्राचीन श्री नन्देश्वर धाम तक तकरीबन 30 किलोमीटर तक डाक कावड़ लाने का संकल्प किया गया । शिव भक्तों ने सुबह 5 बजे डाक कावड़ यात्रा शुरू की । साथियों के साथ मिलकर प्रत्येक व्यक्ति 2 किलोमीटर दौड़ लगाकर चलते हुए आया । करीब 2 घंटे में 30 किलोमीटर सफर तय कर सुबह 7 बजे मंदिर पहुंचकर भगवान शिव का अभिषेक किया ।
वही सावन के महीने में शिव भक्त कावड़ यात्रा पर निकलते हैं । इस यात्रा को बेहद पवित्र और शुभ फलदायी माना जाता है भगवान शिव का हर भक्त चाहता है कि एक न एक बार वो इस यात्रा पर अवश्य जाए । कांवड़ यात्रा चार प्रकार की होती है और इसमें दांडी और डाक कांवड़ यात्रा को बेहद कठिन माना जाता है ।
शास्त्रों के अनुसार, डाक कांवड़ पर निकले भक्त अगर एक बार कांवड़ उठा लेते हैं तो उसके बाद शिव मंदिर तक पहुंचने तक रुक नहीं सकते ।
वही शिव भक्तों में अतुल अवस्थी, श्वेतांक तिवारी, शुभम अवस्थी, गौरव द्विवेदी,आकाश दुबे, अंकित अवस्थी, आदित्य अवस्थी, धीरू तिवारी, सुधीर कुमार प्रजापति, पवन दुबे, रजन अवस्थी आदि लोग मौजूद रहे ।