फतेहपुर । मलवा विकासखंड के ग्राम रेवाड़ी बुजुर्ग में नव युवक जागरण रामलीला कमेटी के तत्वाधान में 23 वर्षों से चल रही तीन दिवसीय रामलीला महोत्सव का आयोजन सम्पन्न हुआ । रामलीला में बृहस्पतिवार की रात परशुराम व लक्ष्मण संवाद चला । कार्यक्रम को देख मौजूद लोगों ने प्रभु श्रीराम के जयकारे भी लगाए । सीता स्वयं बर में जब श्री राम ने शिव धनुष तोड़ा तो धनुष को टूटा देखकर परशुराम प्रकट हुए और चिल्ला कर बोले सुनो, जिसने शिवजी के धनुष को तोड़ा है, वह मेरा शत्रु है, वह सामने आ जाए, नहीं तो सभी राजा मारे जाएंगे । मुनि के वचन सुनकर लक्ष्मण जी मुस्कुराए और बोले परशुराम जी बचपन में हमने बहुत से धनुष तोड़ डाले ¨कतु आपने ऐसा क्रोध कभी नहीं किया । इसी धनुष के टूटने पर आप इतना गुस्सा क्यों कर रहे हैं ?
परशुराम ने कहा कि हे बालक, सारे संसार में विख्यात शिवजी का यह धनुष क्या कोई छोटा मोटा धनुष समझा है । लक्ष्मण जी ने हंस कर कहा कि हे देव हमारे समझ में तो सभी धनुष एक से ही हैं । फिर यह तो छूते ही टूट गया । इसमें रघुनाथ जी का भी कोई दोष नहीं है। मुनि! आप तो बिना ही बात क्रोध कर रहे हैं । परशुराम जी अपने फरसे की ओर देखकर बोले अरे दुष्ट !
तू मुझे नहीं जानता, मैं तुझे बालक जानकर नहीं मार रहा हूं । क्या तू मुझे निरा मुनि ही समझता है तूने मेरा गुस्सा नहीं देखा है । इस तरह लक्ष्मण व मुनि परशुराम के बीच शब्दों के बाण चलते रहे । अंत मे परशुराम की बुद्धि के परदे खुल गए । वो समझ गए कि इस शिव धनुष को तोड़ने वाला कोई साधारण पुरुष नहीं हो सकता तब उनकी समझ में आया कि यह तो साक्षात प्रभु राम हैं । परशुरामजी बोले – प्रभु, क्षमा करना, मुझसे भूल हो गई, मैंने अनजाने में आपको बहुत से अनुचित वचन कहे । मुझे क्षमा कीजिए । मंचन को देख मौजूद लोगों ने प्रभु श्रीराम के जयकारे लगाए ।
इस मौके पर प्रशांत पाण्डेय अजीत कुमार सैनी,अंकित पांडेय, अरविन्द अग्निहोत्री,पम्मू अग्निहोत्री,छोटे यादव,रवि मिश्रा सहित सभी कमेटी के सदस्य मौजूद रहें ।