कानपुर । नरवल के थरेपाह गांव में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ कलशयात्रा के साथ किया गया । आयोजित श्रीमद् भागवत में कथा वाचक आचार्य पंडित प्रेम बाबू द्विवेदी ने भगवान कृष्ण के जन्म एवं लीलाओं की कथा सुनाकर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया ।
उन्होंने कहा कि परमात्मा ही परम सत्य है । जब हमारी वृत्ति परमात्मा में लगेगी तो संसार गायब हो जाएगा । प्रश्न यह है कि परमात्मा संसार में घुले-मिले हैं तो संसार का नाश होने पर भी परमात्मा का नाश क्यों नहीं होता । इसका उत्तर यही है कि भगवान संसार से जुड़े भी हैं और अलग भी हैं । कथावाचक ने प्रवचन में कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के वाचन व श्रवण से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है । संसार दुखों का सागर है । प्रत्येक प्राणी किसी न किसी से से दुखी है । सभी दुखों से मुक्ति पाने के लिए प्रभु की आराधना ही एकमात्र मार्ग है । उन्होंने कहा कि भागवत कथा सुनने से मन का शुद्धिकरण होता है । इससे संशय दूर होता है और शांति व मुक्ति मिलती है । इसलिए ईश्वर की पहचान कर उनका अनुकरण एवं निरंतर हरि स्मरण, भागवत कथा श्रवण करने की जरूरत है ।
कथा में यजमान अनमोल सिंह एवं नीलम सिंह रहीं । श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन संतोष सिंह उर्फ अमित व आशुतोष सिंह उर्फ अनुज के द्वारा किया गया ।
आशुतोष सिंह ने बताया कि 18 अक्टूबर को श्रीमद्भागवत महापुराण के पूजन के पश्चात वेदमंत्रों के उच्चारण के साथ इस कथा का शुभारंभ किया गया । वहीं, 24 अक्टूबर को समापन होगा ।