बकेवर/फ़तेहपुर । बकेवर क्षेत्र के पिपरहाखेड़ा और गोपालगंज गाँव में लाल बहादुर शास्त्री गन्ना किसान संस्थान लखनऊ द्वारा चीनी मिल हैदरगढ़ के सहयोग से शरद कालीन गन्ना गोष्ठी का आयोजन किया गया ।
गन्ना संस्थान से आए अरुण कुमार ने किसानों से कहा कि गन्ना बुवाई के समय खेत को 2- 3 घंटे का अतिरिक्त समय दें । गन्ना बीज का 15 दिन पहले निरीक्षण करके रोग- कीट वाले गन्ने छांट कर हटा दें फिर बीज वाले खेत की हल्की सिंचाई के 2- 3 दिन बाद शाम को 2- 3 किलो यूरिया प्रति बीघा डाल देने से बीज का 20% तक जमाव बढ़ जाएगा ।
उन्होंने बताया कि जैविक विधि से कीट व रोग नियन्त्रण करें क्योंकि जैविक नियन्त्रण सस्ता है और पर्यावरण हितैषी भी है । ट्राईकोगामा के 20000 अंडे प्रति एकड़ की दर से 15 दिन के अंतराल पर 4 से 5 बार लगाने से सभी बेधक कीटों का नियंत्रण हो जाता है । रोगों से बचाव के लिए ट्राईकोडर्मा 5 किग्रा प्रति हेक्टेयर का बारिश से पहले प्रयोग करें ।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए गन्ना संस्थान के पूर्व सहायक निदेशक आर एन वर्मा ने बताया कि अपनी मिट्टी की जांच जरुर कराएं, और संतुलित उर्वरकों का प्रयोग करें । सामान्यतः 180 से 200 कि ग्रा यूरिया,60- 80 कि ग्रा फास्फोरस और 40-60 किग्रा पोटाश के साथ 30 कि ग्रा सल्फर का प्रति हेक्टेयर में प्रयोग करें और नैनो उर्वरकों का प्रयोग धीरे धीरे बढ़ाएं । यथासंभव हरी खाद खेत को अवश्य दें ।
उन्होंने कहा कि ट्रेंच विधि से गन्ना बोकर, सहफसली खेती करके, ड्रिप सिंचाई के साथ उत्तम पेड़ी प्रबंधन करके किसान अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं ।
ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक अखिलेश पाल ने कहा कि सुगम गन्ना आपूर्ति सुनिश्चित की जायेगी । किसान भाई अपनी पर्ची पर गन्ना आपूर्ति करके अपना बेसिक कोटा बढ़ाएं तथा शरद काल में गन्ना बढ़ाए ताकि कम खर्चे में अधिक पैदावार मिल सके ।
हैदरगढ़ चीनी मिल के मुख्य प्रबन्धक गन्ना प्रवीन कुमार ने किसानों को चीनी मिल द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि को. 0118, 15023 तथा को लख 14201, 16202 गन्ना प्रजातियों की बुवाई करें तथा को 0238 की बुवाई न करें । उन्होंने कहा कि चीनी मिल हैदरगढ़ द्वारा टिश्यू कल्चर से तैयार पौध वाला रोग कीट रहित गन्ना बीज बुवाई हेतु प्रगतिशील गन्ना किसानों को दिया जाता है । साथ ही हम किसानों को शरदकालीन गन्ना क्षेत्रफल बढ़ाने हेतु मिल के प्रोत्साहन का लाभ उठाएं तथा शरदकालीन गन्ना क्षेत्रफल बढ़ाए ।
इस दौरान प्रगतिशील किसान कामता प्रसाद तिवारी, ललित मिश्रा , अमर वर्मा,राजेश वर्मा,धर्मेंद्र वर्मा,जसवंत सिंह,मनमोहन सिंह सहित गोष्ठी में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया ।