
– पत्रकार के आश्रितों को 50 लाख का मुआवजा तथा परिवार को सुरक्षा देने की मांग
– सीबीआई जांच की मांग के साथ न्याय न मिलने पर बड़े आंदोलन की दी गई चेतावनी
बिन्दकी/फतेहपुर । एएनआई के पत्रकार की हत्या के मामले को लेकर जनपद फतेहपुर के तहसील बिन्दकी के पत्रकारों द्वारा नगर के प्रमुख मार्गो में कैंडल मार्च निकाला गया । यह कैंडल मार्च नगर के गांधी चौराहा से प्रारंभ हुआ और ललौली चौराहे में समाप्त हुआ । समापन के मौके पर 2 मिनट का मौन रह कर श्रृद्धांजलि अर्पित की गई । कैंडल मार्च के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा गया । जिसमें मृतक पत्रकार के आश्रितों को 50 लाख रुपए का मुआवजा तथा परिवार की सुरक्षा व्यवस्था देने की मांग की गई । घटना का खुलासा करने के लिए सीबीआई जांच की मांग की गई तथा पत्रकार सुरक्षा गारंटी कानून भी लागू करने की मांग की गई ।
5 दिन पहले फतेहपुर शहर में एएनआई के पत्रकार दिलीप सैनी की योजना बद्ध तरीके से हत्या कर दी गई थी । इसको लेकर पत्रकारों में लगातार नाराजगी का माहौल है । इसी के चलते मंगलवार की देर शाम करीब 7:00 बजे नगर के गांधी चौराहा में पत्रकार संगठन ,सभी पत्रकार तथा समाजसेवी एकत्रित हुए गांधी चौराहे में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और कैंडल भी जलाए गए । पत्रकार दिलीप सैनी की हत्या को लेकर गांधी चौराहे से जुलूस प्रारंभ हुआ और नारेबाजी करते हुए सराफा बाजार,बजाजा गली,फाटक बाजार से बाजार ,खजुहा चौराहा मुगल रोड होते हुए अम्बेडकर चौराहे में कैंडल मार्च समाप्त हुआ । जहां पर भारत रत्न संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और कैंडल भी जलाए गए यहां पर एक श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया गया । जिसमें मौजूद सभी पत्रकारों ने 2 मिनट का मौन शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक ज्ञापन नायबतहसीलदार अरविंद कुमार सिंह को सौपा गया । जिसमें दिलीप सैनी की हत्या को लेकर जम कर नाराजगी जाहिर की गई । ज्ञापन में कहा गया कि अभी तक कई अभियुक्तों को जेल नहीं भेजा जा सका है । हत्या की इस घटना से जनपद का पूरा पत्रकार समाज आहत और भयभीत है तथा घटना की कड़ी शब्दों में निंदा करता है । ज्ञापन में मांग की गई की घटना का संपूर्ण खुलासा करने के लिए सीबीआई जांच हो । यह भी मांग की गई कि पत्रकार सुरक्षा गारंटी कानून लागू किया जाए । यह भी मांग की गई की घटना के बावत दोषी सभी पुलिस कर्मचारियों को निलंबित किया जाए । अंत में ज्ञापन में चेतावनी दी गई की एक सप्ताह के अंदर यदि सभी मांगे पूरी नहीं की जाती तो सभी पत्रकार बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे ।
इस मौके पर पत्रकार अरुण द्विवेदी, रवीन्द्र त्रिपाठी,अखिलेश उमराव ,बुद्ध सागर शुक्ला ,सोमदत्त द्विवेदी ,संदीप सिंह,बबलू सिंह,राजन कश्यप,रवींद्र शुक्ला,आनंद शुक्ला,उपेंद्र अवस्थी,राजू उमराव, विपिन पटेल,संदीप श्रीवास,राघवेंद्र,इंद्र प्रकाश त्रिपाठी,आर डी दोसर,ललित मिश्रा, शैलेंद्र विश्वकर्मा, रोहित त्रिवेदी,रंगपाल पटेल,सुरेश पटेल,राम प्रकाश सिंह परिहार, संतोष सैनी, सत्येंद्र दीक्षित,अमित कुमार देव, हयातुल्लाह नज़मी ,दिलीप अग्निहोत्री, प्रमोद कश्यप,अरविंद गुप्ता, राजेश वर्मा के अलावा लक्ष्मी चंद्र उर्फ मोना ओमर, नरेंद्र गौतम, दिनेश कुमार उर्फ पप्पू कश्यप सहित तमाम लोग मौजूद रहे ।