
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में यूपी लोक सेवा आयोग के दफ़्तर के बाहर छात्रों का प्रदर्शन सोमवार देर रात भी जारी रहा ।
सोमवार को विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था ।
ये छात्र पीसीएस-2024 की प्री और आरओ एआरओ प्री परीक्षा को दो दिन में कराए जाने का विरोध कर रहे हैं । इसके ख़िलाफ़ सोमवार सुबह क़रीब 11 बजे से अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है ।
अभ्यर्थियों की मांग है कि परीक्षा एक दिन और एक ही शिफ्ट में कराई जाएं । साथ ही वो नॉर्मलाइज़ेशन व्यवस्था लागू होने का भी विरोध कर रहे हैं ।
इस मामले पर प्रयागराज के ज़िलाधिकारी रविंद्र कुमार मंदार ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा है कि सरकार को कई छात्र केमेटी ने सुझाव दिया था कि परीक्षा में धोखाधड़ी, पेपर लीक जैसी घटनाएं होती हैं,इसलिए केवल सरकारी संस्थानों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाना चाहिए ।
उनके मुताबिक़, “इसलिए आयोग ने सरकारी संस्थानों को परीक्षा केंद्र बनाया है और क्योंकि इसमें अभ्यर्थियों की संख्या काफ़ी ज़्यादा है इसलिए परीक्षा को दो दिनों में आयोजित कराने का फ़ैसला किया गया ।”
वहीं अभ्यर्थियों का कहना है कि नोटिफिकेशन के बाद कोई नया नियम नहीं लाया जा सकता । उन्होंने कहा कि मांगें पूरी नहीं होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा ।
प्रदर्शनकारी छात्रों के मुताबिक,आयोग ने नोटिफिकेशन में एक ही दिन परीक्षा कराए जाने की बात कही है । नियमों के मुताबिक नोटिफिकेशन के अनुसार ही परीक्षा कराई जानी चाहिए ।
पीसीएस प्री 2024 परीक्षा 7 और 8 दिसंबर को आयोजित की जाएगी । जबकि आरओ/एआरओ प्रारंभिक 2023 परीक्षा 22 और 23 दिसंबर को कराई जाएगी ।