
नई दिल्ली । काव्य हिन्दुस्तान अंतर्राष्ट्रीय साहित्य समूह मुजफ्फरपुर बिहार के तत्वावधान में गांधी शांति प्रतिष्ठान भवन नई दिल्ली के सभागार में 27 अप्रैल 2025 को पुस्तक विमोचन, श्री तुलसीदास एवं राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सम्मान और अखिल भारतीय भव्य कवि सम्मेलन संपन्न हुआ ।
जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व राष्ट्रपति व राज्यपाल पुरस्कृत सेवानिवृत्त प्रधान पाठक, साहित्यकार गीतकार एवं वरिष्ठ समाजसेवी डाॅ० मुन्ना लाल देवदास ने किया । इस अवसर पर डाॅ० देवदास के पुस्तक भारतीय साहित्यकारों की सर्वश्रेष्ठ कहानियाँ का विमोचन हुआ । इस पुस्तक में राष्ट्र गान के रचयिता रविन्द्र नाथ टैगोर, शरतचंद्र, जय शंकर प्रसाद, मुंशी प्रेमचंद,राष्ट्रगीत के रचयिता बंकिम चंद्र जैसे पाँच महान भारतीय साहित्यकारों के उत्कृष्ट साहित्यिक योगदान को रेखांकित किया गया है ।
आपको बताना चाहेंगे कि डाॅ० देवदास की अब तक 17 पुस्तकें और अनेक शोध आलेख प्रकाशित हो चुके हैं उनके इस साहित्यिक योगदान के लिए डाॅ० देवदास को राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया । इसी तरह पुस्तक विमोचन के बाद द्वितीय सत्र में डाॅ० देवदास ने छत्तीसगढ़ की बेटी माता कौशल्या के गौरव गाथा एवं छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को गीत कविता के माध्यम से लोगों तक पहुँचाया । इस संदर्भ में यह बताना चाहेंगे कि डाॅ० देवदास विगत सात वर्षों से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर माता कौशल्या के गौरव गाथा का प्रचार प्रसार सफलता पूर्वक कर रहे हैं । कौशल्या माता पर केन्द्रित उनके लिखे गीतों को विश्व प्रसिद्ध भजन सम्राट अनूप जलोटा,अनुराधा पौडवाल, सुरेश वाडेकर, साधना सरगम और अमेरिकन सिंगर वंदना श्रीवास्तव आदि गाए है ।
डाॅ० देवदास वर्तमान में श्री तुलसी मानस प्रतिष्ठान छत्तीसगढ़ के प्रांतीय उपाध्यक्ष और जिला मानस संघ गरियाबंद के संस्थापक है । वे अनेक साहित्यिक सांस्कृतिक सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी है। डाॅ देवदास रामायण के माध्यम से समाज में जनचेतना जगाने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं । उन्हें श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या से भी अनेक सम्मान मिले हैं । उनके द्वारा सनातन संस्कृति के संरक्षण संवर्धन में उल्लेखनीय कार्यों के लिए काव्य हिन्दुस्तान अंतर्राष्ट्रीय साहित्य समूह बिहार द्वारा डाॅ० देवदास को श्री तुलसीदास सम्मान से नवाजा गया ।
इस समारोह के मुख्य अतिथि थे प्रसिद्ध साहित्यकार उषा जोशी गाजियाबाद,अध्यक्षता प्रसिद्ध गीतकार प्रमोद मिश्र निर्मल नोएडा, संस्थापिका रेखा शर्मा स्नेहा बिहार, विशिष्ट अतिथि राजपाल यादव हरियाणा,प्रदीप मिश्र अजनबी दिल्ली,पंकज अंगार उत्तर प्रदेश,राष्ट्रीय संयोजक डाॅ० पारसनाथ श्रीवास्तव, राष्ट्रीय सचिव अरविंद श्रीवास्तव दतिया,प्रांतीय अध्यक्ष गिरीश पांडे वाराणसी,वरिष्ठ कवयित्री डाॅ सरोज सिंह सजल दिल्ली,कोषाध्यक्ष उत्तम शर्मा एवं पत्रकार मिंटू झा बिहार आदि ।
मंच पर काव्य पाठ करने वालों में गिरिजा शर्मा जम्मू कश्मीर, श्री कांत तैलंग जयपुर, अंजू क्वात्रा दिल्ली, अपर्णा गर्ग नोएडा, प्रबंध संपादक रमेश यादव इंदौर,रमेश चंद बाजपेयी,अजीत कुमार बिहार, वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार अमन रंगेला नागपुर ,शैलेन्द्र अंबष्ट वाराणसी ,रश्मि शर्मा राजस्थान, संदीप जोशी दिल्ली, श्रीधर पांडे बनारस,संगीता बहुगुणा उत्तराखंड, डाॅ ओमप्रकाश द्विवेदी कुशीनगर, डाॅ सुनीता पंद्रो भोपाल,डाॅ उमासिंह किसलय अहमदाबाद, नूतनलाल साहू छत्तीसगढ़,वर्षा शर्मा दिल्ली,सुषमा सिंह दिल्ली,आनंद श्रीवास्तव प्रयागराज,कामनी समदर्शी दिल्ली आदि ने अपनी श्रेष्ठ रचनाएं प्रस्तुत की। मंंच संचालन स्नेहलता पांडे गाजियाबाद एवं राधा बिष्ट ने किया ।