
कानपुर । कानपुर नगर के ग्राम सरसौल में स्थित हजारों वर्ष पुराना श्री चतुर्भुज मंदिर को अब धार्मिक पर्यटन स्थल घोषित कर दिया गया है ।
कानपुर से लगभग 18 किलोमीटर दूर श्री चतुर्भुज मंदिर कानपुर-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर स्थित यह मंदिर चंद्रगुप्त मौर्य काल का ग्रामीणों द्वारा बताया जाता है । वही मंदिर में विष्णु दशावतार की अष्टधातु की मूर्ति स्थापित है । स्थानीय लोग श्री चतुर्भुज बाबा को कुल देवता के रूप में पूजते हैं । यहां मिली पुरातन प्रतिमाएं मंदिर की प्राचीनता का प्रमाण हैं ।
औरंगजेब के शासनकाल में मंदिर की मूल प्रतिमाएं खंडित कर दी गई थीं । बाद में समिति ने लक्ष्मी-विष्णु की नई मूर्तियां स्थापित कराईं । भाजपा जिला मंत्री विनय मिश्रा और रानू शुक्ला के प्रयास से विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को मंदिर को पर्यटन स्थल घोषित करने का प्रस्ताव दिया गया । विधानसभा अध्यक्ष ने पर्यटन मंत्री को सभी प्राचीन मंदिरों को धार्मिक पर्यटन स्थल घोषित करने का ज्ञापन दिया । वही पर्यटन विभाग के डीजी नवीन कपूर ने मंदिर का निरीक्षण किया । श्री चतुर्भुज मंदिर विकास समिति के सचिव डॉ संदीप गुप्ता ने उन्हें मंदिर से संबंधित दस्तावेज सौंपे । मंदिर में राम दरबार की प्राचीन अष्टधातु मूर्ति भी स्थापित है । यहां गांव के सभी धार्मिक कार्यक्रम और संस्कार संपन्न होते हैं ।
इस मौके पर भाजपा नेता सुरेन्द्र अवस्थी विनय मिश्रा रानू शुक्ला , मंडल अध्यक्ष लक्ष्मीकांत निषाद चंद्रभान सिंह परिहार,अंकित तिवारी, शानू अग्निहोत्री,अन्नू यादव आदि लोग मौजूद रहे ।