
फतेहपुर : वनों के बगैर मानव जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है वनों में 1 से 1.4 करोड़ जीव प्रजातियां हैं जिनके कारण जैव विविधता कायम है इन प्रजातियों के नष्ट होते ही परिस्थितिकी तंत्र नष्ट होकर मानव अस्तित्व को ही संकट में डाल देगा उपरोक्त बात नेहरू युवा केंद्र फतेहपुर के तत्वाधान में सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के सहयोग से नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल का के अंतर्गत स्वच्छ गांव हरित गांव संकल्प को साकार करने हेतु आजादी के अमर योद्धा नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर्व के परिप्रेक्ष्य में देवमई ब्लॉक में आयोजित हरित गांव चौपाल एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख व आंदोलन के नेशनल ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कही ।
ज्योति बाबा ने आगे कहा कि वैज्ञानिकों ने एक पीपल पेड़ की कीमत 280 करोड़ रुपए आंकी है । इसमें पेड़ द्वारा उत्सर्जित की जाने वाली ऑक्सीजन ,सोखी जाने वाली कार्बन डाइऑक्साइड गंदे पानी को सोखना,बारिश कराना,लकड़ी इत्यादि गुणों को जोड़ा गया है । इसी प्रकार हर पेड़ की कीमत करोड़ों रुपयों में है । इसीलिए सरकार के साथ-साथ गांव समाज की बड़ी जिम्मेदारी है कि वे पेड़ लगाएं और लगे पेड़ों की रक्षा करें ।
ज्योति बाबा ने हरित चौपाल में जोर देकर कहा कि जंगलों को कायम रखकर हम 300 से ज्यादा छोटी-बड़ी नदियों को सूखने से बचा सकते हैं । वरना जिस प्रकार से जंगलों के सफाये के चलते नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालय गायब हुए थे । वैसे ही गंगा समेत अन्य नदियां हमारे जीवन से गायब हो जाएंगी । हम रोजमर्रा के जीवन में पर्यावरण सुरक्षा हेतु यह काम अवश्य कर सकते हैं । जैसे नदियों और अन्य जल स्रोतों को प्रदूषित ना करें । विद्युत शवदाह ग्रहों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें । पॉलीथिन का इस्तेमाल बंद कर कागज व कपड़े के थैलों का प्रयोग करें,पवन ऊर्जा, जल ऊर्जा और सौर ऊर्जा का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करते हुए पेड़ लगाएं और उनकी सुरक्षा करें । वृक्षारोपण करते हुए उत्साह में गांव समाज की बेटियों ने जोरदार पर्यावरण संरक्षण हेतु जागरूकता के नारे लगाए । इससे पूर्व केंद्र के सुशील बाजपेई ने ब्रांड एंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा व प्रधान दिनेश कुमार का स्वागत माल्यार्पण व अंग वस्त्र पहनाकर किया । अंत में ज्योति बाबा ने सभी बेटियों को स्वच्छ गांव हरित गांव नशा मुक्त गांव बनाने के लिए संकल्प भी कराया ।
हरित चौपाल का संचालन ज्ञान प्रकाश तिवारी संयोजन आशीष कुमार यादव व धन्यवाद कोऑर्डिनेटर कृतिका उमराव ने दिया । अन्य प्रमुख प्रदेश संयोजिका अंजू सिंह,आकांक्षा अवस्थी, पूजा देवी,मानवाधिकारवादी गीता पाल इत्यादि थी ।