
फतेहपुर : देवमई विकासखंड के हरदासपुर गॉव में चल रही श्री कृष्ण रासलीला के अंतिम दिन कंस वध लीला का मंचन वृंदावन से आए कलाकारों द्वारा किया गया ।
किए गए कंस वध लीला का मंचन कर यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि आतताई कितना भी शक्तिशाली हो एक दिन उसके आतंक का अंत होना सुनिश्चित है । कंस का बृजबासियो पर इतना आतंक था कि त्राहि-त्राहि मची हुई थी । माना कर वसूली करना न देने कर शक्ति प्रदर्शन कर आतंकित करना आम बात थी । अपने पिता उग्रसेन को बंदी बनाकर कारागार में डाल देना अपनी बहन के सात पुत्रों को मौत के घाट उतार देना,देवकी व वसुदेव को यातनाएं देना, श्रीकृष्ण को विभिन्न राक्षसों द्वारा मारने का कुत्सित प्रयास ऐसी घटनाएं थी कि बाल कृष्ण को मौत के घाट उतार कर धर्म की रक्षा करने का काम श्रीकृष्ण ने किया । रासलीला के कलाकारों ने ने कंस वध की लीला का सजीव मंचन कर दर्शकों को संदेश दिया कि अपने बल का प्रयोग अच्छे कामों में करो न कि उसका दुरुपयोग करो ।
रासलीला के कार्यक्रम में आशोक कुमार शुक्ला,उमेश तिवारी, पूर्व प्रधान संतोष शुक्ला,श्री चंद कुशवाहा,अविनाश तिवारी, सुनील शुक्ला,हरिओम कुशवाहा,खेमराज,रामखेलावन कुशवाहा ,मयंक,निखिल,कल्लू दूधिया,छेदीलाल,कमलेश गुप्ता आदि लोग रहे ।