
रूस के ख़िलाफ़ संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर वोटिंग न करने को लेकर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने संसद में स्पष्टीकरण दिया है ।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने इस प्रस्ताव पर मतदान इसलिए नहीं किया क्योंकि ये सिर्फ़ एक देश के ख़िलाफ़ था ।
प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने इस दौरान बांग्लादेश और रूस के मैत्रीपूर्ण संबंधों का भी ज़िक्र किया । उन्होंने कहा कि 1971 की आज़ादी की जंग में जब अमेरिका की 7th फ़्लीट बंगाल की खाड़ी की ओर भेजी गई थी, उस समय रूस हमारे साथ खड़ा रहा ।
Sheikh Hasina explaining and elaborating on Bangladesh's stand on #RussiaUkraineConflict. She doesn't forget to remind all of Russia's role in keeping US's 7th Fleet out of Bay of Bengal during '71. Biggest irony? India+ Bangladesh & Pakistan are on the same side. pic.twitter.com/276zVr2SE4
— Rahul Mukherji (@RahulMukherji5) April 2, 2022
शेख़ हसीना ने कहा, “रूस हमारे बुरे वक़्त में हमारे साथ खड़ा रहा और हम भी उसके साथ हैं । लेकिन, अगर वो कोई अन्याय करेगा तो हम ये स्वीकार नहीं करेंगे ।”
संसद में शेख़ हसीना ने कहा, “जब संयुक्त राष्ट्र में पहला प्रस्ताव पेश किया गया तो बांग्लादेश ने देखा कि न तो मानवाधिकार का मुद्दा उठाया गया, न युद्ध रोकने की पहल की गई और न ही कोई अन्य बड़े मुद्दे का उसमें ज़िक्र था । ये प्रस्ताव सिर्फ़ एक देश- रूस के ख़िलाफ़ वोट करने के लिए था ।”
उन्होंने कहा, “ये देखकर मैंने वोट न करने का निर्णय लिया ।”