
जिन पिनराई विजयन ने अपने नेतृत्व में सीपीएम की अगुवाई वाले वामपंथी लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ़) को विधानसभा चुनाव में जीत दिलाई है,आज उनकी तुलना दो असाधारण रूप से शक्तिशाली राजनेताओं से की जा रही है ।
ये नेता भारत के ही नहीं, बल्कि पूर्व सोवियत संघ के नेता भी थे ।
ये अजीब ही है कि पिनराई विजयन के आलोचक ही नहीं, उनके ज़बरदस्त प्रशंसक भी उन्हें, ‘धोती पहनने वाले मोदी’ या ‘केरल के स्टालिन’ कहते हैं । यानी विजयन की तुलना पूर्व सोवियत संघ के बेहद ताक़तवर नेता जोसेफ़ स्टालिन से भी की जा रही है ।
चुनाव अभियान के दौरान उनकी पार्टी के कुछ नेताओं ने इस बात पर ऐतराज़ भी किया था कि पिनराई विजयन को ‘कैप्टेन’ क्यों कहा जा रहा है ?
कम्युनिस्ट विचारधारा वाले किसी भी दल के लिए ऐसी उपाधियां अभिशाप से कम नहीं मानी जातीं ।