
फतेहपुर । जिला कृषि रक्षा अधिकारी फतेहपुर ने बताया कि प्रिय किसान भाइयों,जैसा कि आप सब जानते है कि प्रदेश में फसलों को खरपतवारों रोगों,कीटो तथा चूहों आदि से अनुमानतः 15-20 प्रतिशत की क्षति क्षति रोगों से होती है ।
फसल में रोग बीज मृदा,वायु,जल,एवं कीटों के द्वारा फैलते है । बीज जनित/भूमि जनित रोगों से बचाव हेतु खरीफ 2022 में बोई जाने वाली फसलों के बीजशोधन अत्यन्त महत्वपूर्ण है । बीज शोधन करके फसलों को रोग मुक्त रखकर अधिक पैदावार प्राप्त की जा सकती है । जिससे किसान भाइयों की आय दोगुनी और आर्थिक स्थिति सुदृढ होगी । उक्त के क्रम मे पादप रक्षा सलाहकार लागत भारत सरकार कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय वनस्पति रक्षा संगरोध एवं संग्रह निदेशालय फरीदाबाद हरियाणा के निर्देश के क्रम में खरीफ 2022 में शत-प्रतिशत बीजशोधन अभियान का कियान्वयन किया जाना है ।
खरीफ 2022 की प्रमुख फसलों में शत-प्रतिशत बीजशोधन करने हेतु 16 मई से 15 जून 2022 तक बीजशोधन अभियान कार्यक्रम चलाया जाना है ।
कार्यक्रम के अर्न्तगत कृषको को बीजशोधन के महत्व की जानकारी देकर प्रशिक्षित किया जाना बीजशोधन रसायन की उपलब्धता एवं प्रयोग विधि तथा फसलवार बीजशोधन रसायनों की जानकारी किसान भाइयों को उपलब्ध कराने के लिये जनपद स्तर से लेकर राजस्व ग्राम स्तर तक विभागीय अधिकारियों एवं क्षेत्रीय कार्मिकों को निर्देशानुसार उनके दायित्वों एवं राजस्व ग्रामों आंवटन कर अभियान का कियान्वयन किया जाएगा । जिसके लिये को जागरूक करने के उद्देश्य से बीजशोधन संबंधी स्थानीय ग्राम वासियों की सहभागिता, बीज शोधन से संबंधित नारे लिखवाकर तथा गावं की महिला/महिला समूहों के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार कर बीजशोधन के महत्व की बीजशोधन विभागीय कार्ययोजना प्राप्त हो गई हैं किसान भाइयों जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी तथा सप्ताहिक प्रगति की सूचना संकलित कर शासन को प्रेषित जाएगा ।