
बिन्दकी-फतेहपुर : जिंदगी की तेज रफ्तार भाग दौड़ में लोगों को अपनी जान की भी परवाह नहीं है । जिसका नमूना है कि बढ़ते कोरोनावायरस को रोकने के लिए भीड़ कम करने हेतु लगाई गई बैरिकेडिंग को लोगों ने तोड़ दिया और बिना मास्क के निकलते नजर आए इतना ही नहीं कुछ स्थानों पर तो बैरिकेडिंग का नामोनिशान मिटा दिया । इंसान अपने ही जीवन के लिए खतरा पैदा कर रहा है ।
एक और तो इंसान ने अधिकांश पेड़ पौधे काट दिए जिसके चलते ऑक्सीजन की कमी वायुमंडल में हो गई । लोगों को पर्याप्त और शुद्ध ऑक्सीजन मिलना कठिन हो गया । जिसके चलते कोरोना का संक्रमण और भी भयावह हो गया है । कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शासन प्रशासन द्वारा तमाम उपाय किए जाते हैं । लेकिन भौतिक युग में जिंदगी के ऐसो आराम और पैसे की लालच में लोगों को अपनी जान की भी परवाह नहीं है । जिसका जीता जागता नमूना देखने को मिला । दो दिन पहले नगर पालिका परिषद द्वारा नगर के खजुहा चौराहा मेन बाजार तथा गांधी चौराहा में बैरिकेडिंग इसलिए की थी ताकि लोगों की भीड़ कम हो सके सामाजिक दूरी का पालन हो सके लेकिन लोगों ने हद कर दी उनके ही जीवन को बचाने के लिए जो व्यवस्था की गई । उस व्यवस्था को तोड़ दिया ।
खजुहा कस्बे के चौराहे में लोगों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी इतना ही नहीं शुक्रवार की सुबह लॉक तोड़े गए । बैरीकेडिंग वाले रास्ते से निकलते नजर आए यही नहीं तमाम लोग बिना मास्क के भी चलते नजर आए ।
यही हाल ना जाही बाजार मोड़ का था यहां पर भी लोगों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी । एक बार फिर बाजार के अंदर लगभग 3 दिन पहले की तरह भीड़ लगने लगी इतना तो कम नगर के गांधी चौराहे में लगी बैरिकेडिंग को लोगों ने पूरी तरह से नामोनिशान मिटा दिया ।
सवाल यह उठता है कि एक और लोगों की जिंदगी का नामोनिशान खत्म हो रहा है । लेकिन लोगों को इसकी परवाह नहीं है भौतिक युग में दौड़ मची है जिंदगी की कोई परवाह नहीं है । निश्चित रूप से जिस प्रकार कोरोना वायरस रहा है । ऑक्सीजन लेवल लोगों का कम हो रहा है लोगों को सीख लेना चाहिए । जो भी गाइडलाइन दी जा रही उसका पालन करना चाहिए अन्यथा कोरोनावायरस भयावह हो सकती है । जिसके दुष्परिणाम सभी को भुगतना पड़ सकता है ।