
फतेहपुर । जिला भूमि संरक्षण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई ।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनांतर्गत खेत तालाब योजना का मुख्य उद्देश्य समस्त विकास खण्डो में अधिकाधिक खेत तालाब खोदवाकर वर्षा जल संचयन कर भूमिगत जल स्तर में वृद्धि करना और संचित वर्षा जल से अधिकाधिक फसलों की सिंचाई करना है । योजनांतर्गत जिन किसानों को आच्छादित किया गया है । उनका कार्य एक सप्ताह के अंदर पूरा कराते हुए फोटो सहित रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए ।
उन्होंने कहा कि जो लाभार्थी खेत तालाब योजनांतर्गत तालाब बना रहे है उनकी आय वृद्धि के लिए मत्स्य पालन,सिंघाड़ा, मोती आदि के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित कर आय में वृद्धि करते हुए आत्म निर्भर बनाया जाए ।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजनांतर्गत शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार लघु एवं सीमांत कृषको की अनुउपजाऊ/बंजर भूमि को चिन्हित करते हुए कृषि योग्य/बागवानी योग्य भूमि को बनाया जाय जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके । यह कार्य मनरेगा/कन्वर्जेंस के माध्यम से कराया जाए ।
नेशनल मिशन फ़ॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजनांतर्गत प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर वृद्धि करने के लिए वर्षा आधारित क्षेत्रो में उत्पादन बढ़ाने के लिए एकीकृत कृषि पद्वति को अपनाकर बढ़ाया जा सकता है ।
इस अवसर मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल,उप कृषि निदेशक राममिलन सिंह परिहार,जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह,उपायुक्त मनरेगा अशोक कुमार,भूमि संरक्षण अधिकारी सुमित पटेल,ई0सी0सी0 खागा बबलू कुमार,अवर अभियंता चंद्रदेव यादव,रवि कुमार भारती सहित सम्बंधित उपस्थित रहे ।